Bihar News: जंगली सूअर व साहिल फंसाने के लिए बिछाये गये बिजली के नंगे तार की चपेट में आने से छह गाय‐बछड़ों की मौत हो गयी. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पावरग्रिड का गार्ड अंदर से ही बिजली की सप्लाइ तार तार में देता था. नंगा तार होने के कारण बगल के मुहल्ले से चरने के लिए पहुंची गायें इसकी चपेट में आ गया. शुक्रवार की शाम तीन गाय व एक बछड़े की मौत हो गयी, जबिक इससे पहले भी दो गाय‐बछड़े की मौत करेट लगने से हो चुकी है. पावरग्रिड के पास से जानवरों का शव पहाड़ के खदान में फेंक दिया जाता था. इस कारण किसी को पता नहीं चलता था. लोगों ने बताया कि जंगली सूअर की मौत तार में फंस कर होने के बाद उसे काट कर यहां के ही प्राइवेट गार्ड बेचते हैं.
सूचना पर पहुंची विष्णुपद थाने की पुलिस ने अंदर से बाहर तक जांच की. इसके बाद पशुपालन विभाग के डॉक्टर ने पहुंच कर गायों की मौत के कारणों की जांच की. डॉक्टर ने करेंट लगने से गायों की मौत होने की बात कही है. इधर, विष्णुपद थानाध्यक्ष राजकुमार ने कहा कि मामले की जांच की गयी है. दोषियों पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
शहरी क्षेत्र के कार्यपालक अभियंता दीपक कुमार ने कहा कि इस संबंध में उन्हें किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गयी है. इधर, कार्यपालक अभियंता इंदू भूषण कश्यप ने कहा कि पावरग्रिड से नंगा तार बिछा कर जंगली जानवर फंसाने का काम बहुत ही गलत है. इसमें किसी आदमी की भी जान जा सकती है. जंगली सूअर व साहिल फंसाने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि अब तक किसी तरह की सूचना ग्रिड या फिर अभियंताओं की तरफ से उनके पास तक नहीं दी गयी है. गायें मरने की जानकारी जुटायी जा रही है. इस मामले में जांच कर कार्रवाई की जायेगी.