Bihar: बिल अपडेट, प्रीपेड मीटर रिचार्ज के लिए आए कॉल तो न करें भुगतान, विभाग ने बताई वजह
बिहार में साइबर ठग लोगों से पैसे ऐंठने के लिए हर दिन नए हथकंडे अपनाते हैं. साइबर अपराधी अब बिल अपडेट, मीटर रिचार्ज के नाम पर लोगों को ठग रहे हैं. ऐसे में अब ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव सह बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस ने लोगों को सइबर ठगों से बचने की सलाह दी है.
बिहार में बिजली उपभोक्ताओं को साइबर अपराधियों द्वारा बिजली काटने के नाम पर एसएमएस भेज कर पैसे ठगे जा रहे हैं. साइबर ठग अक्सर देर शाम में उपभोक्ताओं को मैसेज भेज कर बिजली बिल जमा न होने के कारण रात में उनकी बिजली काटने की धमकी देते हैं. बिजली कटने की बात पढ़ कर कई लोग नंबर पर कॉल कर के पेमेंट कर देते हैं, जिससे वे साइबर फ्रॉड के शिकार बन जाते हैं. अब इस संबंध में ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव सह बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस ने लोगों को सइबर ठगों से बचने की सलाह दी है.
बिल अपडेट, मीटर रिचार्ज के नाम पर हो रही ठगी
संजीव हंस ने कहा कि साइबर ठगी करने वाले लोग हर रोज नये हथकंडे अपना रहे हैं. वे बिल अपडेट, मीटर रिचार्ज के नाम पर लोगों को ठग रहे हैं, जबकि डिस्कॉम कंपनियां उपभोक्ताओं के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ही मैसेज भेजती हैं. उपभोक्ताओं के मोबाइल पर डिस्कॉम कंपनी कोई मोबाइल नंबर नहीं भेजती है. साइबर ठगों से उपभोक्ताओं को सतर्क रहना जरूरी है.
आशंका होने पर बिजली कार्यालय में करें संपर्क
ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि थोड़ी भी आशंका होने पर उपभोक्ता अपने निकट के बिजली कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं. बीएसपीएचसीएल ने उपभोक्ताओं को साइबर ठगों से सावधान व सतर्क रहने की सलाह दी है. साथ ही किसी भी मैसेज में दिये गये नंबर पर कॉल ना करने की सलाह दी हैं.
इओयू को दी गई जानकारी
बीएसपीएचसीएल के सीनियर प्रोटोकॉल ऑफिसर ख्वाजा जमाल ने साइबर ठगों के एक बार फिर सक्रिय होने की सूचना आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के एडीजी नैय्यर हसनैन खान को दी है. जिन नंबरों से साइबर ठग बिजली उपभोक्ताओं को मैसेज कर रहे हैं, उनकी सूची इओयू के एडीजी को उपलब्ध करायी गयी है. साथ ही वैसे नंबरों को ब्लॉक करने का अनुरोध भी किया गया है. साथ ही बिजली कंपनी ने साइबर ठगों के विरुद्ध अभियान चला कर नकेल कसने का अनुरोध किया है. राज्य में साइबर ठगी के मामले फिर से बढ़ गये हैं. साइबर ठग बिजली काटने का भय दिखा कर लोगों को अपने झांसे में ले लेते हैं.
डिस्कॉम कंपनियां बिजली काटने से पहले मैसेज भेज कर करती है आगाह
डिस्कॉम कंपनियां बिजली कटने की सूचना एक सप्ताह पहले से मैसेज भेज कर उपभोक्ताओं को अगाह करती हैं. मैसेज मे डिस्कॉम द्वारा कोई भी मोबाइल नंबर या लिंक नहीं दिया जाता. इसके अलावा डिस्कॉम कंपनियां लगातार तीन दिन बैलेंस शून्य होने के बाद तीसरे दिन कार्य दिवस होने पर ही सुबह 10 से एक बजे के बीच ही बिजली काटती है. डिस्कॉम द्वारा रात में बिजली नहीं काटी जाती है. इसलिए अगर बिजली कटने का कोई भी मैसेज आता है तो पेमेंट करने से पहले एक बार पुष्टि जरूर कर लें.
प्रीपेड मीटर लगाने में देश का अग्रणी राज्य बिहार
बता दें कि बिहार प्रीपेड मीटर लगाने में देश का अग्रणी राज्य बन गया है. राज्य में अब तक 18 लाख प्रीपेड मीटर लग चुके हैं. कई जगहों पर अभी भी प्रीपेड मीटर लगाने का काम चल रहा है. प्रीपेड मीटर लगने की वजह से बिलिंग में होने वाली गलतियों में सुधार हुआ है. लोगों को बिजली बिल जमा करने के लिए लाइनों में खड़ा नहीं होना पर रहा है. लेकिन स्मार्ट मीटर के नाम पर ठगी करने वाली गिरोह भी सक्रिय हो गए हैं. इसी कारण बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं को अलर्ट किया है.
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साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर ऐसे करें शिकायत
तमाम तरह की सतर्कता बरतने के बावजूद भी अगर आप साइबर ठगी के शिकार हो जाते हैं तो आप इसकी शिकायत कर सकते हैं. ऐसे करने से मुमकिन है कि आपको ठगी के पैसे वापस मिल जाएं. इसके लिए साइबर पीड़ितों को नेशनल ऑनलाइन साइबर क्राइम पोर्टल या उसके 24 घंटे संचालित टॉल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करानी होगी. इस पर दर्ज शिकायत की प्राप्ति रसीद को संलग्न कर साइबर थाने को अपना केस इ-मेल या डाक करना होगा. ऐसा करने से मामलों में जल्द- से- जल्द कार्रवाई सुनिश्चित होगी.
साइबर पीड़ित को सबसे पहले टॉल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करानी चाहिए. इस पर दर्ज होने वाली शिकायत सीधे संबंधित ऑथोरिटी (संबंधित बैंक या पुलिस) को ट्रांसफर हो जाती है, जिससे त्वरित कार्रवाई संभव हो पाती है. वित्तीय मामलों में बैंक संदिग्ध खाते में ट्रांसफर हुई राशि को होल्ड कर लेता है, जिसे रिवर्ट करना आसान होता है.