Bihar: बिजली कंपनी के सीएमडी व डीएम के निर्देश पर वित्तीय वर्ष के अंतिम क्वार्टर में राजस्व वसूली के लक्ष्य को पूरा करने को लेकर बकायेदारों की बिजली काटी जा रही है. मुजफ्फरपुर में बीते चार दिनों में पांच हजार से अधिक बकायेदारों की बिजली काटी गयी है. चारों डिवीजन के कार्यपालक अभियंता ने कहा कि यह सख्ती मार्च अंत तक लगातार जारी रहेगी. सभी जूनियर इंजीनियर को टास्क दिया गया है कि प्रतिदिन वह अपने क्षेत्र में बड़े बकायेदार जिनका 50 हजार से अधिक बकाया है, उनकी बिजली काटें. इसके बाद लगातार एक से दो माह जो बकायेदार भुगतान नहीं कर रहे हैं, उनकी भी बिजली काटें. वहीं राजस्व वसूली में तेजी लाने को लेकर चालू माह में भी वैसे उपभोक्ता जिनका बिल प्रतिमाह हजारों में आता है, उनका बिल भुगतान का ग्रेस पीरियड 15 दिन का रहता है, वह समाप्त हो जाता है तो उनकी बिजली भी काटी जा रही है.
बिजली विभाग के अनुसार वित्तीय वर्ष का अंतिम तिमाही महीना चल रहा है़ महज फरवरी व मार्च बचा है. शहरी क्षेत्र में करीब 35 से 40 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र में 70 प्रतिशत से अधिक उपभोक्ता ऐसे हैं, जो हर माह बिल का भुगतान नहीं करते हैं. जबकि बिजली का उपयोग वह नियमित रूप से कर रहे हैं. पहले की तुलना में बिजली भी अधिक देर और अच्छी बिजली की आपूर्ति हो रही है. ऐसे में राजस्व वसूली को लेकर इसमें सख्ती की जा रही है. बकायदारों से बिजली बिल की वसूली करने के लिए विभाग के द्वारा दल का गठन करके अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत जिले में बकायदारों की तैयार लिस्ट पर सख्ती से कार्रवाई होनी है.
बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शहरी क्षेत्र में 40 प्रतिशत लोगों का बिजली बिल न जमा करना बड़ी परेशानी है. विभाग को भी उच्चे दर पर बिजली की खरीद करनी पड़ती है. जब हमारे पास पैसे नहीं होंगे तो बिजली की खरीद कैसे होगी. उन्होंने कहा कि जिन बकायदारों के अधिक बिल हैं, ऐसे उपभोक्ताओं को 15 दिन का ग्रेस पीरियड दिया जा रहा है. जब वो इस अवधि में अपना बिल नहीं जमा कर रहे हैं तब बिजली काटने की कार्रवाई की जाती है.