बिहार में अमर शहीद खुदीराम बोस व प्रफुल्ल चाकी से एक लाख 36 हजार बकाया वसूलेगा बिजली विभाग, भेजा गया नोटिस
बिजली विभाग ने महान स्वतंत्रता सेनानी अमर शहीद खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी के नाम से नोटिस जारी किया है और उन्हें बकाया भुगतान करने को कहा है. नोटिस में एक लाख 36 हजार रुपये के भुगतान को लेकर डेड लाइन भी दी गयी है.
मुजफ्फरपुर. बिजली विभाग अब ऐसे व्यक्तिों से भी बिजली बिल का बकाया वसूलने जा रहा है जिसका न केवल शहर में बिजली आने से पहले निधन हो चुका है, बल्कि वो देश के अमर शहीदों की सूची में शामिल हैं. बिजली विभाग का यह हैरतअंगेज कारनामा बिहार के मुजफ्फरपुर में सामने आया है. बिजली विभाग ने महान स्वतंत्रता सेनानी अमर शहीद खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी के नाम से नोटिस जारी किया है और उन्हें बकाया भुगतान करने को कहा है. नोटिस में एक लाख 36 हजार रुपये के भुगतान को लेकर डेड लाइन भी दी गयी है.
मामले की जांच की जा रही है
इस मामले को लेकर एसडीएम पूर्वी ज्ञान प्रकाश ने बताया कि मामले में जानकारी ली जा रही है. विभाग से इसकी जांच करवाई जा रही है कि शहीदों के नाम पर किस प्रकार से नोटिस जारी हुआ. कैसे उनसे बिजली के बकाये की मांग की गई है? उन्होंने कहा कि पहली नजर में तो यह कोई टेक्निकल फॉल्ट लगता है, लेकिन जो कुछ भी हो इसकी जांच कर रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जायेगी. संबंधित एजेंसी से जानकारी ली जा रही है.
बिहार में अंधी सरकार है
इधर, भाजपा विधायक केदार प्रसाद गुप्ता ने इस मामले पर कहा है कि यह घटना बता रही है कि बिहार में किस प्रकार से सरकार अंधी हो गयी है और अंधों के हाथों सरकार चलायी जा रही है. अब बिहार में उन शहीदों से भी बिजली का बकाया वसूला जा रहा है, जो 1908 में शहीद हो चुके हैं. उस वक्त शहर में बिजली भी नहीं थी. अब उन लोगों से भी पैसों की मांग की जा रही है.
अंग्रेजों के खिलाफ लड़ी थी लड़ाई
स्वतंत्रता सेनानी अमर शहीद खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी अंग्रेजों के खिलाफ क्रांति की विगुल फूंका था और मुजफ्फरपुर में इन दोनों ने किंग्सफोर्ड की बग्गी पर बम से हमला किया था, जिसके बाद भागने के क्रम में प्रफुल्ल चाकी ने अपने आप को गोली मार ली थी, जबकि खुदीराम बोस को अंग्रेजों द्वारा फांसी की सजा दी गई थी.