बिहार के इस गांव में आज तक नहीं आई बिजली, न बिछा कोई तार, न लगा कोई खंभा, फिर भी थमा दिया हजारों का बिजली बिल

दरभंगा जिले के एक गांव में घर में रखे मीटर रखे रहने के बावजूद बिजली बिल दो से तीन हजार रुपये आने से किसानों में आक्रोश है. किसानों का कहना है कि खेत पटवन के लिए बिजली विभाग द्वारा शुल्क लेकर मीटर दिया गया, लेकिन खेत तक खंबा व तार के नहीं रहने के कारण मीटर घर पर ही रखा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2023 6:47 PM
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बिहार के दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड में राज्य बिजली विभाग के खिलाफ किसानों में आक्रोश है. दरअसल प्रखंड के सिसौना गांव में बिजली विभाग ने शुल्क लेकर मीटर तो लगा दिए है. लेकिन, आज तक न तो बिजली का कोई पोल लगाया गया है, न ही कोई तार बिछाई गई है. इसके बावजूद गांव के लोगों को हजारों का बिजली बिल थमा दिया गया. इस बात से गांव के लोग परेशान होने के साथ ही गुस्से में भी हैं.

दो से तीन हजार का तक का आया बिजली बिल

किसानों का कहना है कि गांव में खेत पटवन के लिए बिजली विभाग द्वारा शुल्क लेकर हर घर में बिजली का कनेक्शन करवा कर मीटर दिया गया, लेकिन खेत तक खंबा व तार के नहीं रहने के कारण मीटर घर पर ही रखा है. बार-बार विभाग से खेत तक पोल-तार लगाने का अनुरोध किया गया, ताकि हम गरीब किसान की खेत की पटवन कर सकें. लेकिन अभी तक नहीं लगाया गया. बिना मीटर लगे ही दो से तीन हजार का तक का बिजली बिल आ गया है. जिसके बाद से गांव के किसान आक्रोशित हैं.

खेतों में लगी फसल सूखने लगी

सिसौना गांव के किसान बच्चा बाबू यादव, विश्वनाथ यादव, राम प्रसाद साह, अरुण मुखिया, गरीब साह, जोगी यादव, लक्ष्मी साह, मणि पासवान, प्रमोद यादव, श्याम नंदन यादव, सत्यनारायण यादव, महेश्वर यादव आदि ने बताया कि गेहूं, मक्का सहित अन्य फसलें पटवन लायक हो गई हैं. खेतों तक बिजली के पोल-तार के नहीं पहुंचने के कारण पटवन नहीं हो पा रहा है. इससे खेतों में लगी फसल सूखने लगी है.

किसानों ने दी अनिश्चितकालीन धरना देने की चेतावनी

किसानों का कहना है कि स्थानीय बिजली विभाग के कर्मियों से बार-बार बोरिंग तक कनेक्शन जोड़ने का आग्रह किया गया है. इसके बावजूद कनेक्शन नहीं जोड़ा गया. आक्रोशित किसानों ने विभाग द्वारा इस समस्या का समाधान नहीं किये जाने पर आगामी एक दिसम्बर से प्रखंड मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना देने की चेतावनी दी है.

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किसानों को सिंचाई में करना पर रहा परेशानी का सामना

किसानों का कहना है कि रबी की खेती शुरू होने के कारण गेहूं व मक्के की थ्रेसिंग का समय पूरा हो चुका है. लेकिन मीटर लगने के बाद भी बिजली विभाग के स्थानीय कर्मचारी की लापरवाही के कारण बोरिंग से बिजली कनेक्शन नहीं होने के कारण किसानों को अपने खेतों की सिंचाई करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. किसान को अपने निजी खर्चे पर बिजली की व्यवस्था करनी होगी और खेतों की सिंचाई के लिए मोटर चलानी होगी. इसके लिए किसानों को खेतों तक बिजली की लंबी तार ले जानी होगी, जो जोखिम भरा काम है.

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क्या कहना है बिजली विभाग का…

इस संबंध में बिजली विभाग के कनीय अभियंता राम शंकर सिंह ने बताया कि बिजली का पोल पहुंचा हुआ है, लेकिन एजेंसी द्वारा अभी तक उसे लगाया नहीं गया है. बहुत जल्द पोल लगा दिया जाएगा और तार बिछा दिया जायेगा. उन्होंने बिजली बिल के संबंध में बताया कि किसानों ने मीटर लेते समय कहा था कि एजेंसी अपना काम करती रहेगी. खेती का समय है. आप मीटर दीजिये, हम लोग अपना तार लेकर कनेक्शन ले लेंगे, ताकि खेतों की पटवन समय से हो सके. इसके बाद ही मीटर चालू किया गया है. इसी का बिल किसानों को मिला है.

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