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शर्मनाक: आइसोलेशन वार्ड में अश्लील हरकत की शिकार महिला का दर्द, अंतिम सांस तक दोहराती रही अपनी पीड़ा

अस्पतलिया में हमरा बर्बाद कर दिलकौउ, सुतबउत डॉक्टर आ जएतउ, अब हम न बचबउ मम्मी. मगध मेडिकल में मॉलेस्टेशन की शिकार महिला अपनी मौत तक इन शब्दों को दुहराती रही. उसकी सास ने बताया कि वह अपनी बहू को थोड़ा खाने या सोने के लिए कहती, तो वह चिल्ला उठती.

By Radheshyam Kushwaha | April 13, 2020 11:37 AM

गया. अस्पतलिया में हमरा बर्बाद कर दिलकौउ, सुतबउत डॉक्टर आ जएतउ, अब हम न बचबउ मम्मी. मगध मेडिकल में मॉलेस्टेशन की शिकार महिला अपनी मौत तक इन शब्दों को दुहराती रही. उसकी सास ने बताया कि वह अपनी बहू को थोड़ा खाने या सोने के लिए कहती, तो वह चिल्ला उठती. कहती थी कि मम्मी हमरा अकेले में बहुत कुछ गलत करकौउ हे (मेरे साथ अकेले में उसने बहुत गलत किया है). इसके बाद बदहवास हो जाती. अपनी मौत तक इन बातों को दुहराती रही भयानक वाकया, न सो पाती थी और न ही खाती थी, उसका पूरा परिवार तीन दिनों तक नहीं सोया. अब भी उसकी बातों को याद कर सभी सिहर उठते हैं. मगध मेडिकल के आइसोलेशन वार्ड में अश्लील हरकत (मॉलेस्टेशन) की शिकार महिला 25 मार्च को अपने परिजनों के साथ 40 हजार रुपये में एंबुलेंस बुक कर लुधियाना से रोशनगंज थाना क्षेत्र के अपने गांव में पहुंची थी. वह दो माह की गर्भवती थी. गर्भपात हो जाने के बाद उसकी हालत ठीक नहीं चल रही थी.

27 मार्च को हालत बिगड़ने के बाद परिजनों ने गया के मगध मेडिकल के गाइनी वार्ड में भर्ती कराया था. वहां जब डॉक्टरों ने लुधियाना की ट्रैवल हिस्ट्री जानी, तो महिला को आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया. वहां उसके साथ माथे पर टीका लगाये अस्पताल के एक कर्मचारी ने अश्लील हरकत करते हुए कई दिनों तक छेड़छाड़ की. एक दिन पीड़िता की सास आइसोलेशन वार्ड में पहुंच गयी, तो महिला ने सास को सारी जानकारी दी. उसकी सास ने इस घिनौनी हरकत की जानकारी मिलते ही वहां मौजूद गार्ड को इसके बारे में बताया. लेकिन, अस्पताल में तैनात गार्ड ने इज्जत का हवाला देते हुए शांत रहने को कहा. अस्पताल प्रशासन ने महिला को तीन अप्रैल को डिस्चार्ज कर दिया. परिजनों के अनुसार, वह अस्पताल से जब घर पहुंची, तो काफी व्यथित थी.

छह अप्रैल को गांव में ही उसकी मौत हो गयी. इसके बाद सास ने छह को ही मीडिया के सामने अस्पताल की सारी घटना को उजागर कर दिया. अखबार में खबर छपने के बाद प्रशासनिक महकमा हरकत में आया और आठ अप्रैल को अस्पताल के अज्ञात कर्मचारी पर मेडिकल थाने में मृतका के सास के बयान पर केस दर्ज किया गया. नौ को सिटी एसपी राकेश कुमार, डीएसपी संजीत कुमार प्रभात व मगध मेडिकल थानाध्यक्ष फहीम आजाद आदि आरोप लगाने वाली महिला को लेकर जांच के लिए मगध मेडिकल पहुंचे थे. उसके बाद 11 की रात को मृतका की सास के बताये गये पहचान पर अस्पताल के ही वार्ड ब्वॉय को मेडिकल थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

अस्पताल प्रशासन ने पहले ही तैयार कर ली थी रिपोर्ट

इस मामले में अपने सारे स्टाफ को क्लीनचिट देने के लिए मामला उजागर होते ही मगध मेडिकल अस्पताल प्रशासन ने एक कमेटी गठित कर रिपोर्ट तैयार कर ली थी. कमेटी में शामिल कई सदस्यों ने दस्तखत करने के बाद कहा था कि उन्हें पूरी घटना की जानकारी नहीं है. सूत्र बताते हैं कि आनन-फानन में अपना दामन बचाने के लिए ही रिपोर्ट तैयार की गयी. इधर, वार्ड ब्वॉय के गिरफ्तार होने के बाद अस्पताल अधीक्षक डॉ विजय कृष्ण प्रसाद कहते हैं कि गिरफ्तार किया गया स्टॉफ आउटसोर्सिंग एजेंसी से यहां तैनात रहा है. इससे अधिक जानकारी उनके पास नहीं है.

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