शुक्रवार को दिल्ली के लिए उड़ी इंडिगो की फ्लाइट 6इ2433 काे एक इंजन खराब होने के कारण पटना एयरपोर्ट पर आपात लैंडिंग करायी गयी. पटना एयरपोर्ट से सुबह उड़ान भरने के साथ ही विमान के इंजन से तेज आवाज आने लगी थी. विमान को ऊपर की ओर जाने में भी समय लग रहा था. इसे देखते हुए पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग का निर्णय लिया. तब तक तीन मिनट बीत चुके थे और विमान बिहटा के ऊपर था.
पायलट ने एटीसी से इमरजेंसी लैंडिंग की इजाजत मांगी और विमान को वापस पटना की ओर मोड़ दिया. एयरपोर्ट डायरेक्टर अंचल प्रकाश ने बताया कि टेकऑफ के तीन मिनट बाद विमान के एक इंजन के बंद होने की सूचना मिली और इसके बाद विमान की वापस इमरजेंसी लैंडिंग करायी गयी. पायलट की सूझबूझ के कारण विमान में सवार 181 यात्रियों और आठ क्रू मेंबर्स की जान बाल-बाल बच गयी.
विमान के एक इंजन खराब होने की सूचना मिलने और पायलट के द्वारा इमरजेंसी लैंडिंग की इजाजत मांगने के साथ ही एयरपोर्ट प्रशासन सक्रिय हो गया. उसने तुरंत फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को रनवे पर बुला लिया. साथ ही एंबुलेंस को भी रनवे के पास ही खड़ा कर दिया ताकि किसी दुर्घटना होने की स्थिति में उससे तुरंत निबटा जा सके और लोगों की मदद की जा सके. टेक ऑफ के बाद विमान के इंजन से तेज आवाज आने और उसमें रह रह कर कंपन होने से विमान के भीतर मौजूद यात्रियों में भी घबराहट होने लगी. इसी समय पायलट ने उद्घोषणा की कि वापस पटना लौटना होगा. एयर होस्टेस ने यात्रियों से कहा कि लैंडिंग के बारे मे अनाउंस करने पर आगे की सीट पकड़ कर अपना सर आगे वाली सीट पर हाथों के बीच टिका लीजियेगा.
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फ्लाइट के सुरक्षित लैंड होने के बाद विमान के इमरजेंसी गेट को भी एहतियातन खोल दिया गया था. हलांकि सबकुछ ठीक होने के कारण इसके अधिक इस्तेमाल की जरूरत नहीं पड़ी. अधिकतर यात्रियों को सीढियों से ही बाहर निकाला गया. उसके बाद उन्हें फिर से सिक्यूरिटी होल्ड एरिया में लाया गया और वहां 12:40 बजे की फ्लाइट से सभी 181 यात्रियों और आठ क्रू मेंबर्स को दिल्ली रवाना किया गया. खराब इंजन वाले विमान को पार्किंग बे में खड़ा कर दिया गया जो मरम्मत के बाद अब पटना से दिल्ली के लिए उड़ेगा.
आपात लैंडिंग की बात सुनने के बाद अधिकतर यात्री भगवान और संकटमोचक बजरंगबली को याद करने लगे. इंजन की खराबी से लैंडिंग आसान नहीं होने के बावजूद पायलट और क्रू मंबर्स ने समझदारी से स्थिति को संभाल लिया. विमान के सुरक्षित उतरते ही अधिकतर यात्रियों के मुंह से बजरंबली और भगवान का जयघोष निकल गया और पूरे विमान में जयकारा गूंज उठा.
पहले भी हवा में इंडिगो के विमान का इंजन सीज कर चुका है. इंडिगो एयरलाइंस के एयरबस ए320 नियो इंजन वाले विमानों में सबसे अधिक यह समस्या सामने आयी है. अहमदाबाद के ऊपर उड़ान भरते समय तो एक बार एक विमान के दोनों इंजन हवा में कुछ सेंकेंड के लिए एक साथ सीज कर गये थे. यह तो अच्छा संयोग था कि कुछ ही सेकेंड में एक इंजन फिर से काम करने लगा. इससे विमान को सफलतापूर्वक उतार लिया गया, जिससे विमान में बैठे सौ से अधिक यात्रियों की जान बच गयी.
मामले की गंभीरता को समझते हुए डीजीसीए ने भी उस पर संज्ञान लिया था और इसको लेकर इंडिगो एयरलाइंस ने भी पांच-छह वर्ष पहले इंजन की आपूर्ति करने वाले फ्रांस की एयरबस कंपनी से शिकायत की थी. उसके बाद नियो इंजन के उस वर्जन को वापस लेने पर सहमति बनी थी, जिसमें अधिक शिकायत आ रही थी. फिर शिकायतें आनी कम हो गयी थीं. लेकिन शुक्रवार को उड़ान भरते साथ हवा में विमान के एक इंजन के सीज करने की घटना से एक बार फिर से लोगों को पिछली घटनाएं याद आ गयीं.
विमान से उतारकर जब यात्रियों को वापस सिक्युरिटी होल्ड एरिया में लाया गया, तो उनके चेहरे पर मौत के मुंह से वापस आने का सुकून दिखा. हर कोई ऊपर वाले को धन्यवाददे रहा था कि उनकी कृपा से ही आज उनलोगों की जान बची. कई यात्रियों ने तो कहा कि जब उनसे अपना सिर आगे वाली सीट पर हाथों के बीच टिकाने को कहा गया, तो लगा कि पता नहीं फिर दोबारा दुनिया देखने का मौका मिलेगा भी या नहीं. इसलिए जब फ्लाइट के सुरक्षित लैंड होने के बाद उन्होंने उससे उतर कर पटना एयरपोर्ट पर पैर रखा तो ऐसा लगा मानों नया जीवन मिल गया है. लगभग दो घंटे पटना एयरपोर्ट पर इंतजार के बाद उन्हें दूसरे फ्लाइट से नयी दिल्ली भेज दिया गया.