पटना. बिहार के लोगों को बाढ़, भूकंप, वज्रपात जैसी आपदाओं से बचाने और उन तक राहत पहुंचाने के लिए सभी जिलों में एक-एक जिला इमरजेंसी रिस्पांस टीम की तैनाती होगी. जिसमें एसडीआरएफ के जवानों की स्थायी रूप से तैनात किया जायेगा, ताकि टीम में शामिल जवान उस इलाके की नियमित निगरानी कर सकें और वैसी सभी आपदाओं के लिए खुद को हमेशा तैयार रखें, जो पूर्व में घट चुकी है या भविष्य में घटने की संभावना हो. जिला प्रशासन के निर्देश पर टीम काम करेगी.
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रहेंगे जवान
जिला इमरजेंसी रिस्पांस टीम राहत-बचाव के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रहेगी. टीम के पास बेहतरीन नयी तकनीक की संचार व्यवस्था रहेगी, जिसके सहारे वह किसी भी समय रेस्क्यू का काम कर पायेंगे. फिलहाल रात में जवानों को काम करने में सबसे अधिक परेशानी होती है. इस कारण उन सभी उपकरणों से टीम को लैस करने का निर्णय लिया गया है, तो रात में काम करने में सहायता करें और किसी भी मौसम में सभी उपकरण काम कर सकें.
गांव के युवाओं को भी मिलेगा प्रशिक्षण
जिला इमरजेंसी रिस्पांस टीम जिला प्रशासन के सहयोग से युवाओं को प्रशिक्षण देगी. इस प्रशिक्षण में युवाओं को यह जानकारी दी जायेगी कि भूकंप, बाढ़, वज्रपात या आग लगने के समय राहत-बचाव कार्य कैसे करें. इसके लिए टीम समय-समय पर ग्रामीण इलाकों में ट्रेनिंग कार्यक्रम चलायेगी.
बिहटा में दो साल में पूरा होगा भवन
राज्य के दिशा-निर्देश पर एससडीआरएफ राज्य मुख्यालय बिहटा परिसर में 25 एकड़ की भूमि पर 267 करोड़ रुपये की लागत से स्थायी भवन एवं अन्य सुविधाओं का निर्माण शुरू किया गया है, जिसे दो वर्षों में पूरा कर लिया जायेगा. भवन निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यहां पर ट्रेनिंग सेंटर भी रहेगा और आपदा के वक्त यहां से राज्य के सभी जिलों में कॉर्डिनेशन करना आसान होगा.