Employment News: एयरफोर्स अग्निवीर वायु इनटेक बनने का दे रहा सुनहरा मौका, फटाफट करें आवेदन…
Employment News अग्निवीर वायु इनटेक की प्रक्रिया दो फेज में पूरी की जायेगी. पहले फेज में ऑनलाइन ऑब्जेक्टिव परीक्षा होगी.
Employment News एयरफोर्स 21 वर्ष तक के युवक-युवतियों को अग्निवीर वायु इनटेक बनने का सुनहरा मौका दे रहा है. इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. 27 जुलाई को सुबह 10 बजे से 17 अगस्त की रात 11 बजे तक अग्निवीर वायु के लिए ऑानलाइन आवेदन कर सकते हैं. पहले फेज की ऑनलाइन परीक्षा 13 अक्टूबर को होगी. मुजफ्फरपुर में भी एक केंद्र पर ऑनलाइन परीक्षा ली जायेगी. वायु सेना ने इसकी अधिसूचना जारी की है. अधिसूचना के मुताबिक विज्ञान संकाय के वैसे युवक-युवती अग्निवीर वायु इनटेक के लिए योग्य हैं, जो 12वीं में 50 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण हैं. अंग्रेजी विषय में भी 50 प्रतिशत अंक हो. अधिकतम 21 वर्ष तक के युवक-युवती आवेदन कर सकते हैं. इनका जन्म 27 जून 2003 से 27 दिसंबर 2006 के बीच होना अनिवार्य है.
दो फेज में होगी अग्निवीर वायु इनटेक
अधिसूचना में बताया गया है कि अग्निवीर वायु इनटेक की प्रक्रिया दो फेज में पूरी की जायेगी. पहले फेज में ऑनलाइन ऑब्जेक्टिव परीक्षा होगी. इसमें सफल अभ्यर्थियों को फेज दो यानी शारीरिक दक्षता व मेडिकल जांच के लिए बुलाया जायेगा. परीक्षा केंद्र के लिए अभ्यर्थियों को आनलाइन फॉर्म भरने के दौरान ही तीन केंद्रों का च्वॉयस देना होगा. किसी एक केंद्र पर परीक्षा ली जायेगी.
48 से 72 घंटे पहले मिलेगा एडमिट कार्ड
ऑनलाइन परीक्षा के लिए 48 से 72 घंटे पहले अभ्यर्थियों के ई-मेल पर एडमिट कार्ड भेजा जायेगा. अभ्यर्थियों को इसे डाउनलोड कर कलर प्रिंट कराना है. परीक्षा में सभी प्रश्न ऑब्जेक्टिव होंगे. प्रश्न पत्र हिंदी व अंग्रेजी भाषा में होगा. किसी एक भाषा में अभ्यर्थियों को उत्तर देना होगा. परीक्षा के दौरान आधार कार्ड के साथ ब्लू और काला इंक वाला पेन ही मान्य होगा.
पीजी की अतिरिक्त 72 सीटों में वृद्धि
नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने बिहार के चार मेडिकल कॉलेजों में इस वर्ष पोस्ट ग्रेजुएट की अतिरिक्त सीटों में वृद्धि की गयी है. एनएमसी द्वारा इन मेडिकल कॉलेजों में कुल 14 विभिन्न विषयों में अतिरिक्त सीटों पर नामांकन की अनुमति दी है. हालांकि, इनमें सिर्फ दो सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं जहां पर सिर्फ छह अतिरिक्त सीटों का लाभ हुआ है, जबकि शेष अतिरिक्त सीटें प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के पास गयी हैं. अभी काउंसेलिंग होना बाकी है. इसको लेकर राज्य के पीजी छात्रों को भरोसा है कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों में अतिरिक्त सीटों में वृद्धि होने से ही राज्य के गरीब विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा.
एनएमसी द्वारा जिन मेडिकल कॉलेज अस्पतालों की सीटों में अतिरिक्त वृद्धि की गयी , उनमें डीएमसीएच,दरभंगा में एमडी रेडियोलॉजी विषय में तीन सीटें, जेएलएनएमसीएच, भागलपुर में एमडी माइक्रोबायोलॉजी में तीन अतिरिक्त सीटें शामिल हैं. किसी भी सरकारी मेडिकल कॉलेज में क्लिनिकल साइड की पोस्टग्रेजुएट की सीटों में वृद्धि नहीं की गयी है. इसके साथ ही लार्ड बुद्धा कोसी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, सहरसा में एमडी एनेस्थेसिया की सात सीटें, इसी कॉलेज में एमडी जनरल मेडिसिन में सात सीटें, एमडी पीडियाट्रिक्स में छह सीटें, एमडी जनरल सर्जरी में सात सीटें, एमडी ऑब्स एंड गाइनी में चार सीटों की वृद्धि हुई है.
इनके अलावा नारायणा मेडिकल कॉलेज अस्पताल, सासाराम में एमडी एनेस्थेसिया की आठ सीटें, एमडी जनरल मेडिसिन की आठ सीटें, एमडी पीडियाट्रिक में चार सीटें, एमडी पैथोलॉजी में चार सीटें, एमडी रेडियो डायग्नोस्टिक में पांच सीटें, एमडी ऑफ्थैलमोलॉजी में दो सीटें और एमडी ऑर्थोपेडिक्स में चार सीटें शामिल हैं.
कॉलेज ऑफ कॉमर्स के 69 विद्यार्थियों का हुआ चयन
कॉलेज ऑफ कॉमर्स आर्ट्स एंड साइंस पटना में टाटा कंसल्टेंसी द्वारा चलाये गये कैंपस सेलेक्शन ड्राइव में कुल 69 विद्यार्थियों का चयन किया गया. इसमें बीसीए, बीएससी आइटी, बीकॉम, अर्थशास्त्र और मनोविज्ञान विभाग के विद्यार्थियों का सेलेक्शन किया गया. कैंपस सेलेक्शन ड्राइव में चयनित विद्यार्थियों को प्रधानाचार्य प्रोफेसर इंद्रजीत प्रसाद राय और प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट सेल की संयोजक प्रोफेसर रश्मि अखौरी ने आइआइटी दीघा में आयोजित रोजगार मेले में नियुक्ति पत्र प्रदान किया.
इस अवसर पर प्रोफेसर रश्मि अखौरी और टीसीएस बिहार झारखंड के प्रभारी राहुल झा ने बताया कि भर्ती अभियान में करीब 500 विद्यार्थियों ने भाग लिया था. लिखित और मौखिक परिक्षा के बाद 69 विद्यार्थियों का चयन किया गया. उन्होंने बताया कि टीसीएस में 56, माइक्रो फाइनेंस में चार, पीरामल फाइनेंस में छह, विप्रो में एक और दो विद्यार्थियों का चयन उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक में चयन किया गया है.
कॉलेज के प्रशिक्षण और नियोजन अधिकारी डॉ रजनीश कुमार ने बताया कि जल्द ही विप्रो, आइडीबीआइ और आइटीसी समेत कई अन्य कम्पनियां महाविद्यालय में प्लेसमेंट के लिए आने वाली हैं. प्रधानाचार्य प्रोफेसर इंद्रजीत प्रसाद राय ने कहा कि महाविद्यालय की ओर से विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के साथ ही उन्हें रोजगार मुहैया कराने के लिए भी लगातार कोशिश की जा रही है.