गया. जिला मुख्यालय से करीब 95 किमी दूर डुमरिया-बांकेबाजार प्रखंड स्थित गया-औरंगाबाद के बॉर्डर इलाके में काेकना-महजरी जंगल के पास मंगलवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने चार नक्सलियों को मार गिराया.
सुरक्षा बलों ने मौके से तीन एके-47 व एक अत्याधुनिक इंसास राइफल बरामद की है. खुद को घिरता देख अंत में नक्सली भाग खड़े हुए और शाम छह बजे सर्च ऑपरेशन के बाद सीआरपीएफ व पुलिस के जवान जंगल से लाैट आये. इस अॉपरेशन में सीआरपीएफ के जवानों के अलावा डुमरिया, लुटुआ, बांकेबाजार, आमस व इमामगंज थाने की पुलिस भी शामिल थी.
सीआरपीएफ ने दावा किया है कि मारे गये नक्सलियों में टुनटुन सिंह उर्फ अमरेश भाेक्ता गया के काेठिलवा का रहनेवाला था. वह नक्सली संगठन का जाेनल कमांडर बताया जा रहा है. वहीं, शिवपूजन गया के ही डिहबारा गांव का रहनेवाला था, जो सबजाेनल कमांडर बताया जा रहा है. इसके अलावा अन्य दाे सबजाेनल कमांडर श्रीकांत भुइंया व उदय पासवान औरंगाबाद जिले के कुटुंबा थाना क्षेत्र के बिजकुरबा गांव के निवासी बताये जाते हैं.
गौरतलब है कि यह इलाका डुमरिया व बांकेबाजार प्रखंड क्षेत्र की सीमा पर स्थित है. मंगलवार को गाेलियाें की तड़तड़ाहट से पूरा जंगली व पहाड़ी इलाका शाम तक गूंजता रहा. छकरबंधा व साेनदाहा सीआरपीएफ कैंप के अधिकारियों काे पहाड़ी की आेर नक्सलियों के जमा हाेने की सूचना मिली थी.
इसी सूचना के आधार पर पुलिस पहाड़ी पार कर जंगलों में पहुंची, तो नक्सलियों की ओर से गाेलियां चलने लगीं. पौने चार बजे मुठभेड़ शुरू हुई और इसके बाद जब नक्सलियों ने खुद को घिरता देखा, तो भाग खड़े हुए. बाद में जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाया, तो मारे गये चारों नक्सली वर्दी में मिले. शवों को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया और सर्च ऑपरेशन आगे बढ़ाया, तो घटनास्थल से तीन एके-47 और एक अत्याधुनिक इंसास राइफल बरामद हुई.
Posted by Ashish Jha