भागलपुर. देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सोमवार को रेल बजट की घोषणा की गयी. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व सीइओ सुनीत शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन कर रेल बजट की पूरी जानकारी दी.
उन्होंने वित्तमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि कोविड19 महामारी के झटके से भारतीय रेल पूरी तरह उबरने लगा है. महामारी के दौरान रेल परिचालन बंद होने पर रेल लाइन रिपेयर हुआ व क्षमता बढ़ायी गयी.
रिपेयर ट्रैक पर 23 से 46 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार बढ़ी. रेल का परिचालन रिकॉर्ड टाइम में हो रहा है. चेयरमैन ने बताया कि आइआरसीटीसी से ऑनलाइन टिकट बुकिंग को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सिस्टम से जोड़ा गया है.
इस नयी तकनीक का फायदा यह होगा आइआरसीटीसी नेटवर्क को वेटिंग टिकट को कंफर्म करने की संभावनाओं की ज्यादा जानकारी मिलेगी.
रेलवे की आेर से डिविजन व हेडक्वार्टर वाइज बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट तैयार होगा. इससे रेलयात्री व माल ढुलाई में कस्टमर को आसानी होगी. बाजार की स्थापना कर स्टोन चिप्स, ऑटोमोबाइल, सैंड व अनाज समेत अन्य कमोडिटी का व्यापार बढ़ेगा.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व सीइओ सुनीत शर्मा ने बताया कि बजट में रेल नेशनल प्लान 2050 की घोषणा की गयी. उन्होंने भारतीय रेल के इंजन ऑफ इंडियन इकॉनॉमी की संज्ञा देते हुए कहा कि 2030 तक नेशनल प्लान की सफलता के लिए 2030 तक सभी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर लिये जाएंगे.
उन्होंने कहा कि रेलवे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, एनएचएआइ के टोल रोड, एयरपोर्ट जैसे संसाधनों को असेट मोनेटाइजेशन मैनेजमेंट के दायरे में लाया जायेगा. वेस्टर्न और इस्टर्न फ्रंट कॉरिडोर जून, 2022 तक तैयार हो जायेगा.
संवाददाता सम्मेलन में बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिए एक लाख 10 हजार करोड़ रुपए रेलवे के लिए प्रावधान किया गया है. उन्होंने कहा कि हमने पिछले बजट में 4.21 लाख करोड़ कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए दिये थे. 4.39 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे. अगले साल 5.54 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान है.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व सीइओ सुनीत शर्मा ने कहा कि ईस्ट कोस्ट कॉरिडोर खड़गपुर-विजयवाड़ा, इटारसी-विजयवाड़ा कॉरिडोर बनाया जायेगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान में ब्रोड गेज – इलेक्ट्रिफाइड रेल लाइन की लंबाई 46 हजार किलोमीटर है. चेयरमैन ने कहा कि दिसंबर, 2023 तक 100 परसेंट इलेक्ट्रिफिकेशन हो जायेगा.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व सीइओ सुनीत शर्मा ने कहा कि टूरिस्ट रूट वाली ट्रेनों में विस्टाडोम एलएचबी कोच लगाने की बात कही. उन्होंने कहा कि ये कोच आरामदायक है. हाई डेंसिटी नेटवर्क में स्वदेशी तकनीक से बना रेल प्रोटेक्शन सिस्टम लगाया जाएगा.
Posted by Ashish Jha