बिहार: दरभंगा में निगरानी विभाग की टीम ने गुरुवार को बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड के दो अभियंताओं को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार व सहायक अभियंता अनिल कुमार जायसवाल को शिक्षा भवन से एक-एक लाख रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया है. ठेकेदार ने दोनों पर भवन मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद विपत्र भुगतान के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था. उसकी शिकायत पर निगरानी विभाग की ओर से यह कार्रवाई की गयी. दोनों को गिरफ्तार कर टीम पटना ले गयी है. वहां शुक्रवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया जायेगा.
विजिलेंस विभाग के डीएसपी अनिरुद्ध पांडेय ने बताया कि आवेदक राजेश कुमार ने संस्कृत विवि के छात्रावास भवन की मरम्मत का कार्य किया था. कार्य पूरा होने के बाद संवेदक भुगतान के लिए बार-बार अभियंताओं से अनुरोध कर रहा था. इसके एवज में दोनों अभियंता एक-एक लाख रुपए रिश्वत मांग रहे थे. संवेदक का कहना था कि इतनी बड़ी राशि देने में वह असमर्थ है. बात नहीं बनती देख संवेदक ने विजिलेंस में शिकायत की. इस संबंध में 19 अप्रैल को मामला दर्ज किया गया था.
Also Read: बिहार: मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना: ग्रेजुएट छात्राओं के लिए खुशखबरी, खाते में मिलेंगे 50 हजार, जानें कैसे
मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी ने बताया कि मामले की तहकीकात करने के बाद गुरुवार को संवेदक को रुपये देने के लिए भेजा गया. विजिलेंस विभाग की टीम पहले से ही अपना जाल बिछा चुकी थी. संवेदक से दोनों अभियंताओं को एक-एक लाख रुपये लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने कहा कि दोनों अभियंताओं ने रिश्वत लेकर कितनी संपत्ति अर्जित की है, इसकी भी जांच होगी. निगरानी विभाग की जो टीम दरभंगा पहुंची थी, उसमें कुल 11 सदस्य थे. पटना से आयी टीम में दो डीएसपी, तीन इंस्पेक्टर व विभाग के थानाध्यक्ष व पुलिसकर्मी शामिल थे. टीम दोनों अभियंताओं को गिरफ्तार कर पटना ले गई, जहां उन्हें शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जायेगा.