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अधिकारी की पहल पर इंजीनियर पहुंचे फल्गु नदी, 15 हजार लोगों तक नहीं पहुंच रहा है बोरिंग का पानी

सबसे पहले बोरिंग को ठीक कर पानी लोगों के घरों तक पहुंचाने की प्राथमिकता है. लोगों ने बताया कि हर माह करीब 10 बार बोरिंग से वाटर सप्लाइ बंद रहता है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 12, 2021 11:59 AM

गया . करीब 15 हजार की आबादी वाले पितामहेश्वर मुहल्ले में लोगों को शुद्ध पेयजल पाइपलाइन से सप्लाइ नहीं हो पा रहा है.

सोमवार को अधिकारियों की पहल के बाद बुडको के कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार, पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता विवेक कुमार, नगर निगम के कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार सिंह ने फल्गु नदी पहुंच कर बोरिंग की जांच की.

पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि नदी की बोरिंग में पानी है. सफाई कराने के बाद पानी चालू हो जायेगा.

जल्द ही इस काम को पूरा कर लिया जायेगा. नगर निगम के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि पितामहेश्वर में पानी पहुंचाने के लिए नदी में बोरिंग 107 फुट की गयी है. पिछले साल फल्गु नदी में जलस्तर अधिक हो जाने से बोरिंग गंदगी से भर गयी है.

पीएचइडी व नगर निगम के इंजीनियरों का कहना था कि बोरिंग को फ्लश करा कर शुरू किया जा सकता है. बुडको की ओर से बोरिंग को फ्लश करने के लिए कंप्रेशर का इस्तेमाल किया गया, जो कम क्षमता का था.

नगर निगम व पीएचइडी के इंजीनियर ने अधिक क्षमता वाले कंप्रेशर मशीन के इस्तेमाल पर जोर दिया. इसके बाद अधिक क्षमता वाले कंप्रेशर मशीन के लिए एक ठेकेदार को तलब किया गया.

इंजीनियरों का कहना था कि रमना से लेकर आगे के इलाके के लिए अलग से बोरिंग की आवश्यकता है, जो बढ़ती आबादी के लिए तत्काल कराने की मांग है. बुडको के कार्यपालक अभियंता ने कहा कि वह इस संबंध में प्रस्ताव देंगे.

सबसे पहले बोरिंग को ठीक कर पानी लोगों के घरों तक पहुंचाने की प्राथमिकता है. लोगों ने बताया कि हर माह करीब 10 बार बोरिंग से वाटर सप्लाइ बंद रहता है.

एक साथ आधा दर्जन इंजीनियरों के अचानक फल्गु नदी के पितामहेश्वर जलापूर्ति केंद्र पर पहुंचने से नागरिकों को आश्चर्य हुआ. लेकिन, आइएएस अधिकारी जितेंद्र श्रीवास्तव व डीएम अभिषेक सिंह की पहल पर इंजीनियरों को यहां समस्या समाधान के लिए पहुंचना पड़ा है.

Posted by Ashish Jha

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