Bihar News: 22 प्लॉट, एक करोड़ बैंक बैलेंस समेत अकूत संपत्ति के मालिक निकले भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर
आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की विशेष टीम ने शुक्रवार को भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता मदन कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान शहर की पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित प्रमंडलीय कार्यालय के उनके चैंबर से 6.75 लाख कैश बरामद किया गया.
पटना. आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की विशेष टीम ने शुक्रवार को भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता मदन कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान शहर की पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित प्रमंडलीय कार्यालय के उनके चैंबर से 6.75 लाख कैश बरामद किया गया.
माना जा रहा है कि ये रुपये उन्हें तुरंत किसी से कमीशन के तौर पर मिले थे, जिसे वह घर नहीं ले जा पाये थे. वहीं, उन्होंने रूपसपुर की वृंदावन कॉलोनी स्थित अपार्टमेंट में थ्री बीएचके के दो फ्लैटों को मिलाकर एक आलीशान फ्लैट बना रखा था, जिसमें वह रहते हैं.
यहां छापेमारी के दौरान चार लाख कैश के अलावा करीब पांच लाख की ज्वेलरी, आधा दर्जन से ज्यादा बैंक खाते, 22 से ज्यादा प्लॉट के कागजात और बड़े स्तर पर निवेश के कागजात मिले हैं. दोपहर से शुरू हुई छापेमारी की यह कार्रवाई देर शाम तक चली. छापेमारी की कार्रवाई पूरी होने के बाद उनकी अवैध संपत्ति का दायरा बढ़ने की पूरी संभावना है. जमीन-जायदाद का मूल्यांकन सरकारी दर पर किया गया है. बाजार मूल्य पर इसका आकलन करने पर कीमत कई गुना बढ़ जायेगा.
2.27 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति
अब तक हुई जांच में उनके खिलाफ 2.27 करोड़ से ज्यादा का डीए केस तैयार हुआ है, जो जांच पूरी होने के बाद बढ़ेगा. उन्हें सेवाकाल के दौरान अब तक 1.47 करोड़ रुपये वेतन के तौर पर मिले हैं. लेकिन इसके मुकाबले उन्होंने अकूत संपत्ति जमा कर ली है.
आधा दर्जन से ज्यादा बैंक खातों में अब तक एक करोड़ तीन लाख रुपये जमा मिले हैं. शेयर, एफडी (फिक्स डिपॉजिट), म्यूचुअल फंड समेत अन्य माध्यमों में एक करोड़ 53 लाख से ज्यादा के निवेश के प्रमाण मिल चुके हैं.
जिन 22 प्लॉट के कागजात मिले हैं, उनमें अधिकतर पटना के आसपास में ही हैं और पत्नी व बेटे के नाम पर हैं. बेटा के नाम से फुलवारीशरीफ में पांच प्लॉट और नौबतपुर में भी कुछ प्लॉट मिले हैं. दानापुर की विजय विहार कॉलोनी में इंजीनियर ने स्वयं के नाम से छह प्लॉट ले रखे हैं. विक्रम में पत्नी के नाम से पांच डिसमिल जमीन मिली है.
फुलवारीशरीफ में ही एक अन्य स्थान पर 12 कट्ठे का प्लॉट मिला है. पटना से बाहर भी जमीन-जायदाद मिली है, जिसकी फिलहाल जांच चल रही है. इतनी चल एवं अचल संपत्ति के बाद भी दिखाने के लिए उन्होंने अपने नाम से सिर्फ एक स्विफ्ट कार ले रखी है.
Posted by Ashish Jha