पटना में हाईटेक मशीन के जरिये देसी दारू को बनाया जा रहा था अंग्रेजी शराब, इस तरह फैक्ट्री का हुआ भंडाफोड़
Wine in patna bihar: दीघा थाने की पुलिस ने देशी और विदेशी शराब बनाने की एक फैक्टरी पकड़ी है. पुलिस ने वहां से पंचिंग मशीन, बोतल, निर्मित व अर्धनिर्मित शराब, कच्चा माल आदि बरामद किया है.
Bihar: बिहार की राजधानी पटना में दीघा थाने की पुलिस ने देशी और विदेशी शराब बनाने की एक फैक्टरी पकड़ी है. पुलिस ने वहां से पंचिंग मशीन, बोतल, निर्मित व अर्धनिर्मित शराब, कच्चा माल आदि बरामद किया है. साथ ही पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, सरगना फरार होने में सफल रहा.
देसी दारू को अंग्रेजी बनाकर बेचा जाता था
पुलिस सरगना को पकड़ने के लिए गुरुवार की देर रात तक छापेमारी कर रही थी. हालांकि, उसके पकड़े जाने की सूचना नहीं है. बताया जाता है कि यहां हाईटेक मशीन के जरिये बदमाश देसी शराब को अंग्रेजी बनाकर उसे बोतल में भरकर बाजार भेज देते थे. जहां मोटी रकम लेने के बाद नकली अंग्रेजी शराब की बिक्री की जाती थी.
6 महीने से चल रही थी फैक्ट्री…पुलिस को नहीं लगी भनक
सूत्रों का कहना है कि उक्त फैक्टरी करीब छह माह से दीघा इलाके में चल रही था. इसी बीच पुलिस ने एक को पकड़ा और फिर उसकी निशानदेही पर कारखाने में छापेमारी कर तीन अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दे सकती है.
2016 में लागू हुई थी शराबबंदी
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार मद्य निषेध और उत्पाद अधिनियम के तहत अप्रैल 2016 में राज्य में शराबबंदी लागू की थी. सीएम की यह सोच स्वस्थ तो थी. लेकिन बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड, बंगाल यूपी और नेपाल में शराबबंदी लागू नहीं है. इस वजह से तस्कर चोरी-छिपे बिहार में शराब की तस्करी कर उसे अधिक कीमत पर बेचते है. हालांकि समय-समय पर पुलिस तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते रहती है. लेकिन बिहार में बड़ी तादाद में शराब मिलने से शराबबंदी को लेकर लोगों के मन में कई तरह के प्रश्न उठते रहते हैं.