पटना विश्वविद्यालय में स्नातक नामांकन के लिए आज से पोर्टल खोल दिया गया है. छात्र फॉर्म चार जून तक भर सकते हैं. लिखित प्रवेश परीक्षा 18 जून को होगी. एक ही आवेदन पर छात्र सभी कॉलेजों के लिए योग्य होंगे. नोडल संस्थान बीएन कॉलेज के द्वारा इस संबंध में शनिवार को भी बैठक की गयी थी. बैठक में नोडल संस्थान के द्वारा कुछ गाइडलाइन बनायी गयी है. खास वैसे छात्रों के लिए यह गाइडलाइन जारी की गयी जो स्वयं से फॉर्म भरने में सक्षम नहीं हैं और साइबर कैफे पर निर्भर रहते हैं. इस वजह से उनका फॉर्म या तो रिजेक्ट होता है या फिर वे परेशान होकर भटकते रहते हैं.
विषय के चयन से पहले कॉलेज के द्वारा जारी सभी गाइडलाइन ठीक तरीके से भर लें. सोच समझ कर ही विषय का चुनाव करें. बेवजह अतिरिक्त विषयों का चुनाव न करें. इन बातों को ध्यान रखकर छात्र नामांकन में होने वाली परेशानियों से बच सकते हैं. रविवार की देर रात नामांकन पोर्टल खुल गया है. खुलने से पहले सभी महत्वपूर्ण जानकारियां वेबसाइट पर अपलोड कर दी गयी है. सभी छात्र उसे ध्यान पूर्वक पढ़ लें.
कॉलेज के प्राचार्य प्रो राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि जिन छात्रों को डिजिटल जानकारी नहीं है और अगर वे फॉर्म साइबर कैफे या किसी दूसरे के माध्यम से भरवाते हैं, वे अपने आवेदन को पूरी तरह से वेरिफाइ कर लें. नाम, जन्मतिथि व अन्य जानकारियों को दो बार मिला लें. वहीं मोबाइल नंबर अपना स्वयं का दें. यूजर आइडी व पासवर्ड को अच्छी तरह से कहीं नोट कर लें. पेमेंट डिटेल का प्रिंट आउट जरूर रख लें. कई बार राशि जमा नहीं होती है या पैसा कट जाता है और राशि जमा नहीं होती है. ऐसे केस में पेमेंट स्लिप की जानकारियों से उसे रिकवर किया जा सकता है.
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पटना. पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के बीडी कॉलेज के इतिहास विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अभयानंद सिन्हा को डिग्री कॉलेज राजगीर, नालंदा का प्राचार्य बनाया गया है. वे डॉ अशोक कुमार की जगह लेंगे. वहीं डॉ अशोक कुमार को किसान कॉलेज सहसराय का प्राचार्य नियुक्ति किया गया है. वे डॉ मणिकांत सिन्हा की जगह लेंगे. विश्वविद्यालय के द्वारा दोनों ही कॉलेजों के संबंध में अधिसूचना शनिवार को जारी कर दी गयी है.