पटना. जाति गणना में सभी परिवारों से प्रगणक 17 बिंदुओं पर पूरा डिटेल लेकर भरेंगे. गणना से जुड़े कर्मियों को फॉर्म भरने के बारे में प्रशिक्षण दिया गया. परिवारों से जाति, धर्म, शिक्षा, आवासीय, प्रवासी, भूमि का विवरण, आर्थिक स्थिति सहित अन्य बिंदुओं के बारे में जानकारी ली जायेगी. दूसरे चरण में 15 अप्रैल से 15 मई के बीच गणना होना है. सोमवार को डॉ चंद्रशेखर सिंह ने दूसरे चरण के लिए आयोजित जिलास्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समाहरणालय कक्ष में उद्घाटन किया.
जाति गणना का सफल क्रियान्वयन जिला प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता
डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि जाति गणना का सफल क्रियान्वयन जिला प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है. सभी स्टेकहोल्डर्स सजग, तत्पर व सतर्क रहकर इस कार्य का संचालन करें. उन्होंने कहा कि सभी कार्यों को समय व सफलतापूर्वक निष्पादन करना आवश्यक है. दूसरे चरण का काम मोबाइल ऐप, गणना प्रपत्रों व पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा. इसलिए गणना कर्मियों को सभी पहलुओं, तथ्यों व तरीकों के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण स्थलों पर पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन की व्यवस्था रहेगी.
जिला-स्तर पर 11 कोषांगों का गठन
जाति गणना के सुचारु रूप से संचालन के लिए जिला-स्तर पर 11 कोषांगों का गठन किया गया है. मौके पर उप विकास आयुक्त, पटना तनय सुल्तानिया, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन संतोष कुमार झा, विशिष्ट पदाधिकारी अनुभाजन मनोरंजन कुमार, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी महेश प्रसाद व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
दूसरे चरण के काम के लिए सभी कोषांगों व प्रखंडों के वरीय नोडल पदाधिकारियों ,नोडल पदाधिकारियों, सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, सभी सहायक चार्ज पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया. पटना जिले में रिजर्व सहित प्रगणकों की कुल संख्या 14114 है. पर्यवेक्षकों की संख्या संख्या 2353 है. गणना कर्मियों को 412 फील्ड ट्रेनर्स व 12 मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है. प्रशिक्षण 24 मार्च तक चलेगा. इसमें मंगलवार से सभी चार्जों के सहायक चार्ज अधिकारी के साथ-साथ फील्ड ट्रेनर व आइटी सहायक भी शामिल होंगे.