Tamil Nadu Labor Attack: बिहार पुलिस ने तमिलनाडु में रह रहे बिहारियों के साथ हिंसात्मक घटनाओं की खबरों को बिलकुल भ्रामक माना है. पुलिस का कहना है कि जनता के बीच भय का माहौल पैदा करने के उद्देश्य से जानबूझ कर सुनियोजित तरीके से यह अफवाह फैलायी गयी. इस मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने रविवार को ही विभिन्न धाराओं में चार लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
इनमें से एक आरोपी जमुई के लक्ष्मीपुर थाना स्थित दिग्घी निवासी अमन कुमार को गिरफ्तार भी कर लिया गया है, जबकि तीन अन्य आरोपियों प्रयास न्यूज के राकेश तिवारी, ट्विटर यूजर युवराज सिंह राजपूत और यूट्यूब चैनल सच तक न्यूज के संचालक मनीष कश्यप की तलाश की जा रही है.
एडीजी मुख्यालय जेएस गंगवार ने बताया कि मामले में आइपीसी व आइटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर इओयू के द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है. डीएसपी स्तर के अधिकारी को आइओ बनाया गया है. जांच में अब तक ऐसे कुल 30 वीडियो व सोशल मीडिया पोस्ट चिह्नित किये गये, जिनके माध्यम से अफवाह फैलाने का काम किया गया.
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एडीजी मुख्यालय ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त अमन कुमार के मोबाइल से कई आपत्तिजनक पोस्ट व साक्ष्य पाया गया है, जिसकी जांच की जा रही है. कांड के दूसरे अभियुक्त युवराज सिंह राजपूत भोजपुर जिला के नारायणपुर थाने में दर्ज एक मामले में वांछित हैं. छपरा जिलान्तर्गत मुबारकपुर की घटना में भी इनके द्वारा आपत्तिजनक पोस्ट किये जाने के साक्ष्य मिले हैं.
एडीजी मुख्यालय ने कहा कि अनुसंधान में पाया गया है कि प्रसारित वीडियो किसी की हत्या कर मारकर लटका दिये जाने का है. सत्यापन में पता चला है कि यह किसी के आत्महत्या की पुरानी घटना है. किसी बिहार के निवासी से संबंधित नहीं है. इसी प्रकार दूसरा वीडियो भी पुरानी घटना से संबंधित है. यह वीडियो झारखंड के एक व्यक्ति तथा बिहार के एक व्यक्ति के बीच व्यक्तिगत विवाद को लेकर है. इस घटना का भी तमिलनाडु के किसी व्यक्ति से कोई सरोकार नहीं पाया गया है.
आर्थिक अपराध इकाई ने फेसबुक पर नौ, ट्विटर पर 15, यूट्यूब पर 15 तथा जी-मेल पर तीन भ्रामक पोस्ट किये जाने के संबंध में संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को प्रिजर्वेशन नोटिस जारी की है. यह नोटिस इसलिए जारी की गयी है ताकि संबंधित लिंक और विवादित रिपोर्ट का पूरा साक्ष्य सुरक्षित किया जा सके एवं अनुसंधान के क्रम में विधिवत कार्रवाई की जा सके.
Published By: Thakur Shaktilochan