14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बिहार में बालू के काले कारोबार में 2 मौजूदा MLC और पत्रकार भी शामिल, 55 आरोपियों को तलाश रही EOU

बिहार में बालू के काले कारोबार में शामिल 55 आरोपितों की तलाश इओयू को है. इसमें विधान पार्षद और पत्रकार भी शामिल है.

बिहार में बालू के अवैध कारोबार में संलिप्त आरोपियों की मुसीबत अब बढ़ने वाली है. इन आरोपियों की तलाश अब इओयू कर रही है. फिलहाल पटना, गया, भोजपुर और सारण समेत 13 जिलों के ऐसे 55 आरोपियों की सूची जारी कर उनके बारे में संबंधित अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों से पिछले दो साल के आपराधिक गतिविधियों की जानकारी मांगी है.

MLC और पत्रकार का भी नाम शामिल

इन 55 आरोपियों में दो मौजूदा विधान पार्षद, एक ही परिवार के कई लोगों के अलावा बालू खनन ठेकेदार ब्रॉडसन कॉमोडिटीज से जुड़े करीब दर्जन भर लोग शामिल हैं. इसके अलावा मेसर्स आदित्या मल्टीकॉम प्रालि, विधान पार्षद राधा चरण सेठ सहित रोहतास जिला के डेहरी के एक पत्रकार (प्रभात खबर नहीं) भी शामिल हैं. इओयू ने सभी एसपी से इन आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर करने को कहा है.

ALSO READ: बिहार का यह फोर लेन और सिक्स लेन पुल दो साल के अंदर हो जाएगा तैयार, जानिए कब से दौड़ने लगेंगे वाहन…

इओयू ने 13 जिलों को लिस्ट बनाने का निर्देश दिया

इओयू के पुलिस अधीक्षक ने 13 जिला के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को पत्र लिखकर आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता की सूची बनाने का निर्देश दिया था. साथ ही विधि-व्यवस्था की समस्या सहित अन्य अपराध होने पर उसके विरुद्ध थाना में इंट्री कराते हुए और पूर्व के हुए इंट्री को सत्यापन कर उसकी सत्यापित प्रति भी मांगा था. इसे लेकर 10 जून को एक बैठक आयोजित हुई थी और ऐसे आपराधिक पृष्ठभूमि के आरोपियों पर विशेष नजर रखते हुये नियमानुसार कार्रवाई का निर्देश दिया गया था.

पटना समेत 13 जिलों में है बालू का अवैध कारोबार

बालू के अवैध कारोबार में राज्य के 13 जिले शामिल हैं. इनमें पटना, गया, भागलपुर, सारण, भोजपुर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, खगड़िया, लखीसराय, बांका, नवादा और जहानाबाद जिला शामिल हैं.

अब फर्जी इ-चालान से नहीं हो सकेगी ढुलाई

इधर, राज्य में बालू और पत्थर सहित किसी भी लघु खनिज की ढुलाई अब फर्जी इ-चालान से नहीं हो सकेगी. खान एवं भूतत्व विभाग ने इ-चालान को ऑनलाइन कर दिया है. इस कारण इ-चालान को अब कोई भी कहीं भी देख सकेगा. खासकर बैरियर पर इसकी जांच आसानी से हो सकेगी. इ-चालान को देखकर यह पता लगाया जा सकेगा कि चालान किसी गाड़ी के लिए जारी है और इसकी वैधता क्या है? कितनी मात्रा में कौन सा लघु खनिज कहां ले जाया जा रहा है? पिछले दिनों फर्जी इ-चालान और एक ही इ-चालान पर कई गाड़ियों में बालू ढुलाई का मामला सामने आया था. इन सभी को देखकर विभाग ने यह नयी व्यवस्था विकसित की है.सूत्रों के अनुसार फिलहाल 15 जून से 15 अक्तूबर तक बालू का खनन बंद है. 15 जून से पहले राज्य के कई हिस्सों में फर्जी इ-चालान को लेकर लगातार शिकायतें खान एवं भूतत्व विभाग को मिल रही थीं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें