Loading election data...

PHOTOS: बिहार में उग्र होकर पूरे गांव को निगल जाती है नदी, जमीन कटकर और घर-मकान ढहकर कोसी में समाने लगे

बिहार में कोसी समेत अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ और घट रहा है. कटाव का संकट फिर एकबार लोगाें के सामने है. कई गांव नदी में विलीन होने के कगार पर हैं.

By ThakurShaktilochan Sandilya | July 5, 2024 12:29 PM
an image

Bihar Flood News: बिहार में बारिश का सिस्टम अब सक्रिय हो चुका है. मानसून ने एकतरफ जहां लोगों को गर्मी की मार से राहत दी है तो दूसरी ओर बाढ़ और कटाव की परेशानी से भी एक बड़ी आबादी जूझ रही है. कोसी-सीमांचल और गंगा के इलाके में लोग कटाव की मार झेलने को मजबूर हैं. रुक-रुक कर हो रही बारिश ने कटाव पीड़ितों की परेशानी बढ़ा दी है. लोग अपने ही हाथों से अपने घर-मकान को तोड़ने को मजबूर हैं. अपने घरों को तोड़कर लोग सुरक्षित जगह पलायन कर रहे हैं.

बाढ़ और कटाव से हर साल तबाह होता है बिहार

बिहार में बाढ़ बड़ी आबादी को प्रभावित करती है. बिहार हर साल बाढ़ की दंश को झेलता है. लोग लगभग आधे साल तक बाढ़ के उग्र रूप को झेलते हैं. उनके घर-मकान तब टूटकर नदी में समा जाते हैं और जब ये तबाही लौटती है तो लोग अपने आशियाने को फिर से बसाने में जुट जाते हैं. ये तस्वीर भागलपुर की हालात को बता रही है. जहां कटाव से लोगों के घर-मकान ढह रहे.

ALSO READ: VIDEO: तेजस्वी के क्षेत्र राघोपुर में शिक्षिका नाव पर ऐसे लेती हैं रिस्क, जान जोखिम में डालकर जा रहीं स्कूल…

अपने ही मकान को तोड़कर गांव से बाहर जाने की मजबूरी

बिहार में जब बाढ़ का पानी बढ़ता और घटता है तो लोगों के सामने कटाव का संकट खड़ा होता है. कोसी, गंगा समेत अन्य नदियों के किनारे बसे गांव के अस्तित्व पर ही संकट मंडराता है. लोग गांव छोड़कर सुरक्षित जगह की ओर निकल जाते हैं. पूरा घर परिवार एक झटके में तबाह हो जाता है. अपने ही हाथों से उन घरों को तोड़ने की मजबूरी आ जाती है जिसका कण-कण जमा करके लोग मेहनत से बनवाते हैं.

भागलपुर में कोसी का कटाव तेज

भागलपुर जिले के खरीक प्रखंड के सिंहकुंड में बीते कई दिनों से कोसी का भीषण कटाव देखने को मिल रहा है. इस कटाव ने अब उग्र रूप धारण कर लिया है. गुरुवार को यहां 10 लोगों के घर कटकर कोसी नदी में समा गए. इन घरों में रहने वाला परिवार अचानक सड़क पर आ चुका है और परिवार के लोग अब दाने-दाने को मोहताज हो गये हैं. ग्रामीणों ने बताया कि कटाव की रफ्तार काफी तेज होती जा रही है एवं नदी की धारा गांव की ओर बढ़ते जा रही है. अगर ऐसे समय जरूरी कदम नहीं उठाये गये तो पूरे गांव का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा.

कटिहार में कई गांव पर संकट मंडरा रहा

कटिहार में भी कटाव की मार लोग झेल रहे हैं. फलका प्रखंड के भरसिया पंचायत के करबोला घाट पुल के समीप कटाव काफी तेज है.करबोला घाट गांव एवं राजधानी गांव के लोग बरंडी नदी के जलस्तर को देखकर बेहद भयभीत हैं. बरंडी नदी का जलस्तर जिस तरह बढ़ रहा है उससे कटाव का संकट बढ़ गया है. ग्रामीण सड़क पर अब खतरा मंडरा रहा है. बलिया बेलौन में महानंदा का जलस्तर बढ़ते ही एक बार फिर भौनगर व शेखपुरा पंचायत के मंझोक, आलापोखर गांव में महानंदा नदी से तेज कटाव हो रहा है. कटाव जिस गति से बढ़ रहा है उससे आशंका है कि जल्द ही कई गांव के लोग महानंदा नदी के कटाव की जद में आ जाएंगे. मंझोक में भीषण कटाव शुरू होने से अगल बगल के गांव में दहशत है.आलापोखर, गोशायकोल, सदापुर गांव में कटाव का संकट गहरा गया है.

पूर्णिया में दर्जनों परिवार बेघर हुए

पूर्णिया के अमौर प्रखंड क्षेत्र में परमान नदी का कहर लगातार जारी है. बरबट्टा पंचायत के बंनगामा वार्ड नंबर 9 के एक दर्जन परिवार के घर नदी में समा चुके हैं. वहीं कई परिवार ऐसे हैं जो तबाही के इस मंजर को नजर के सामने से देख रहे हैं और उनके घर अब नदी में विलीन होने के कगार पर हैं.यहां पिछले वर्ष भी कटाव की मार लोगों ने झेला था और कई परिवारों के घर नदी में विलीन हुए थे.

Exit mobile version