पटना . श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव मिहिर कुमार सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को बैठक हुई. इसमें यह निर्णय लिया गया कि 15 फरवरी से बिहटा के इएसआइ अस्पताल सभी प्रकार की सुविधाओं के साथ शुरू किया जायेगा.
300 बेड के साथ शुरू हो रहे इस अस्पताल में सभी तरह की महत्वपूर्ण सुविधाओं को भी उपलब्ध कराया जायेगा, जो पूरी तरह से मुफ्त होगा. यहां ओपीडी, इंडोर और ओटी की सुविधाएं लोगों को दी जायेगी.
25 किलोमीटर के रेडियस में आने वाले पीएचसी व एपीएचसी को भी इस अस्पताल से जोड़ा जायेगा. इससे एम्स, पीएमसीएच, एनएमसीएच सहित अन्य अस्पतालों की भीड़ कम होगी. यह पटना का पांचवां बड़ा अस्पताल होगा.
इन सुविधाओं के शुरू होने से पश्चिमी पटना के लोग के साथ आस-पास के प्रखंडों और सीमावर्ती जिलों के लोगों को भी फायदा होगा. साथ ही, यहां मेडिकल की पढ़ाई के लिए 100 छात्रों का नामांकन किया जायेगा. इसमें पारा मेडिकल व नर्सिंग की पढ़ाई शुरू करने की योजना है.
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शुक्रवार को इएसआइसी के डीन डॉ असीम दास व मेडिकल कमिश्नर एजुकेशन पीएल चौधरी इएसआइसी अस्पताल बिहटा पहुंचे, जहां उनलोगों ने एमएस मनमोहन मिश्रा के साथ पूरे कॉलेज परिसर व संसाधनों का निरीक्षण किया.
गौरतलब है कि इएसआइसी अस्पताल को कोविड केयर अस्पताल बनाये जाने के बाद इस अस्पताल में इलाज और कॉलेज शुरू करने की तैयारी पर ब्रेक लगा हुआ था. अब यहां कोरोना के इलाज की व्यवस्था खत्म कर दी गयी है.
अब सरकार ने नये सिरे से इस अस्पताल में इलाज व मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने के निर्देश दिये हैं. इसी के तहत पहुंची टीम ने सभी स्तर पर जांच कर मामले की समीक्षा की.
अस्पताल के एमएस डॉ मनमोहन मिश्रा को एक्सरे लैब,अल्ट्रासाउंड सहित अन्य जांच की सुविधाओं को बढ़ाकर जल्द से जल्द मरीजों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये.
साथ ही कहा कि इसके लिए सभी आवश्यक संसाधनों पर काम कर अगले सत्र में छात्रों की पढ़ाई शुरू करने के पहले इसकी सुविधा बहाल करें.
Posted by Ashish Jha