मुजफ्फरपुर. इंटर का मूल्यांकन 15 मार्च को पूरा नहीं हो सकेगा. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मूल्यांकन पूरा करने के लिए पांच मार्च तक का ही समय तय किया था. लेकिन अंग्रेजी और साइकोलॉजी की कॉपियों की जांच पूरी नहीं हो सकी है. केंद्राधीक्षकों का कहना है कि परीक्षक की कमी से समय पर जांच पूरी नहीं हो सकी. इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन पांच केंद्रों , जिला स्कूल, चैपमैन स्कूल, मुखर्जी सेमिनरी, बीबी कॉलेजियट और मारवाड़ी हाइस्कूल में हो रही हैं.
अंग्रेजी का मूल्यांकन चैपमैन स्कूल में और साइकोलॉजी का मूल्यांकन बीबी कॉलेजियट में चल रहा है. चैपमैन स्कूल के प्राचार्य मदन कुमार चौधरी ने बताया कि 22 हजार कापियों का मूल्यांकन बचा हुआ है, तीन दिन और लगेंगे. मूल्यांकन के लिए पूरे परीक्षक देर से केंद्र पर आये और आठ मार्च को मैट्रिक की सोशल साइंस परीक्षा में भी दो दिन मूल्यांकन नहीं हुआ. बीबी कॉलेजियट के प्राचार्य सुनील कुमार राय ने बताया कि साइकोलॉजी की 18 बंडल कॉपियों की जांच बची हुई है, बोर्ड से जांच के लिए अतिरिक्त समय मांगा गया है.
वहीं, मुखर्जी सेमिनरी, जिला स्कूल और मारवाड़ी स्कूल में कापियों की जांच पूरी होने का दावा किया गया है. मुखर्जी सेमिनरी के प्राचार्य मो इजहार ने बताया कि सिर्फ 1700 कॉपियों का मूल्यांकन बचा हुआ है वह 15 मार्च को खत्म हो जायेगा. जिला स्कूल के प्राचार्य रूपक कुमार और मारवाड़ी हाईस्कूल के प्राचार्य आनंद द्विवेदी ने भी कहा कि तय समय में कापियों का मूल्यांकन पूरा हो जायेगा.
मैट्रिक में अरबी की पांच कॉपियां केंद्राधीक्षक के लिए गले का फांस बन गयी हैं. इन कॉपियों की जांच प्रभात तारा स्कूल में होनी है. स्कूल की प्राचार्य और मूल्यांकन केंद्र अधीक्षक अनीता टिर्के ने बताया कि अरबी की कापियों की जांच के लिए केंद्र पर शिक्षक नहीं आये हैं. शिक्षकों के लिए जिला शिक्षा अधिकारी से मांग की गयी है. उन्होंने कहा है कि मंगलवार तक शिक्षक आ जायेंगे. शिक्षकों के आने के बाद मूल्यांकन शुरू हो सकेगा.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के परीक्षा नियंत्रक ने इंटर और मैट्रिक मूल्यांकन में ज्वाइन नहीं करने वाले परीक्षक और एमपीपी पर केस करने का निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिया है. अपने निर्देश में उन्होंने कहा है कि 12 मार्च तक जिन लोगों ने ज्वाइन नहीं किया है, उन्हें चिन्हित कर उन पर कार्रवाई की जाये.
Posted by Ashish Jha