लॉकडाउन में बिहार लौटे हर प्रवासी को मिले रोजगार, जानिये श्रम मंत्री ने दिये क्या निर्देश
मंत्री ने लॉकडाउन के दौरान बिहार लौटे श्रमिकों के बारे में जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देश दिया कि उन्हें रोजगार और स्वरोजगार से जल्द से जल्द जोड़े एवं उनकी सूची विभाग को सौंपे.
पटना . श्रम संसाधन विभाग के मंत्री जीवेश कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को भागलपुर प्रमंडल अंतर्गत संचालित विभागीय कार्यों की समीक्षात्मक बैठक की गयी.
मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि योजनाओं का लाभ लाभुकों को समय से दिया जाये. उन्होंने लॉकडाउन के दौरान बिहार लौटे श्रमिकों के बारे में जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देश दिया कि उन्हें रोजगार और स्वरोजगार से जल्द से जल्द जोड़े एवं उनकी सूची विभाग को सौंपे.
वहीं, बिहार प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना के अंतर्गत दुर्घटना में मौत होने पर एक लाख अनुदान के रूप में देने का प्रावधान है.
इसके लिए अधिकारी जिलों में ऐसे व्यक्ति को चिह्नित कर उन्हें लाभ पहुंचे और इसका विस्तृत ब्योरा बनाकर विभाग को दें.
विभागीय आंकड़ों के मुताबिक लाॅकडाउन में 30 लाख लोग बिहार लौटे हैं. मंत्री ने कहा कि प्रत्येक जिला मुख्यालय में एक महिला आइटीआइ तथा हर अनुमंडल में एक आइटीआइ की स्थापना की जा चुकी है.
यह दिया निर्देश
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असंगठित क्षेत्र के साथ प्रवासी मजदूरों के हितों की रक्षा पूरी ईमानदारी से करें और इसमें कोई कोताही नहीं की जाये.
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बिहार राज्य प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना संशोधन नियमावली 2020 के द्वारा सरकार द्वारा घोषित महामारी में मृत प्रवासी श्रमिक को भी इस योजना से आच्छादित करने का प्रावधान किया गया है. जिसके तहत मजदूरों को सहायता दी जाये.
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एप्लीकेशन फॉर्म जेनेरेट कर हर प्रखंडों में कामगारों का निबंधन की गति तेज की जाये. भागलपुर जिले में 35011 और बांका में 29273 लोगों का निबंधन किया जा चुका है.
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नेशनल कैरियर पोर्टल पर राज्य के जॉब सीकर आवेदकों के लिए राज्य स्तरीय नियोजन पोर्टल स्थापित की जाये. जिस पर राज्य,देश एवं विदेश में रोजगार प्राप्ति की सूचना समेकित रूप से उपलब्ध होगी. इसकी जानकारी सभी रोजगार के लिए प्रयासरत युवाओं व युवतियों को दिया जाये.
Posted by Ashish Jha