पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जातीय जनगणना बेहद जरूरी है. यह किसी के खिलाफ नहीं है. यह सबके पक्ष में है. इसका फायदा सभी को मिलेगा. किस जाति की कितनी आबादी है, इसकी जानकारी मिल जाये, तो सबके विकास को बल मिलेगा. मुख्यमंत्री रविवार को जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित कर रहे थे.
बैठक का आयोजन पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के कर्पूरी सभागार में किया गया था. इसकी अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने की. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को बधाई दी और सभी आठ प्रस्तावों का सर्वसम्मति से अनुमोदन करने के लिए राष्ट्रीय परिषद को धन्यवाद दिया.
राष्ट्रीय परिषद ने 31 जुलाई को दिल्ली में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिये गये सभी निर्णयों पर मुहर लगायी. नीतीश कुमार ने कहा कि हम सबको मिलकर जदयू को राष्ट्रीय बनाना है. इसके लिए चार राज्यों में पार्टी को मान्यता मिलना जरूरी है, हमें इस लक्ष्य को हासिल करना है. पार्टी के विस्तार और मजबूती के लिए सभी नेताओं को अन्य राज्यों में जाना चाहिए. जरूरत पड़ी, तो मैं भी जाऊंगा.
जनसंख्या नियंत्रण पर सीएम ने कहा कि बाकी राज्य चाहे जो कानून बनाएं, हम तो बस लड़कियों को पढ़ा रहे हैं. इसके लिए महिलाओं का शिक्षित होना जरूरी है. साइकिल योजना से लेकर आरक्षण तक आधी आबादी के सशक्तीकरण के लिए हर काम किया है.
उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा कि पिछले 16 वर्षों में बिहार में जितने काम हुए हैं, उनकी चर्चा लोगों के बीच करें. खासकर नयी पीढ़ी के लोगों को प्रेरित करें. हमने समाज के हर तबके के लिए काम किया है.
प्रेम और भाईचारा बनाकर रखा है. लोगों की सेवा ही हमारा धर्म है. बापू द्वारा बताये गये सात सामाजिक पापों की चर्चा करते हुए सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों से उन्होंने कहा कि अपने-अपने राज्य में इसका प्रचार करें.
Posted by Ashish Jha