Bihar Politics : पूर्व मंत्री शाहिद अली खान की बेटी इकरा JDU में शामिल, बोलीं- नीतीश कुमार ने बिहार को… 

Bihar Politics : पूर्व मंत्री दिवंगत शाहिद अली खान की बेटी डाॅ इकरा अली खान ने रविवार को जदयू का दामन थाम लिया.

By Prashant Tiwari | October 6, 2024 7:57 PM

पूर्व मंत्री दिवंगत शाहिद अली खान की बेटी डाॅ इकरा अली खान ने रविवार को जदयू का दामन थाम लिया. उनको जदयू प्रदेश मुख्यालय में आयोजित समाराेह में राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलायी. साथ ही इस मौके पर जन्मेजय कुमार ने भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. 

इकरा की JDU में घर वापसी हुई- संजय झा

इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि जदयू का दारोमदार भावी पीढ़ियों के कंधे पर है. डाॅ इकरा अली खान के वालिद दिवंगत शाहिद अली खान भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पुराने साथी रहे हैं. वे बिहार सरकार में मंत्री भी थे. लिहाजा उनकी सुपुत्री की जदयू परिवार में घर वापसी हुई है.

इसे भी पढ़ें : बिहार को जल्द मिलने जा रही इकोनॉमिक कॉरिडोर की सौगात, बदल जाएगी राज्य की तकदीर

नीतीश कुमार ने बिहार को…इकरा 

JDU में शामिल होने के दौरान इकरा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाज के सभी वर्ग को साथ लेकर चलने का काम किया है. पूरे देश में महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा काम जनता दल यूनाइटेड ने किया है. मुख्यमंत्री जी ने बिहार को मजबूत और सुरक्षित बनाया है. 20 साल पहले जब मैं अपने पिता के साथ इस पार्टी के दफ्तर में आई थी, और आज मेरे लिए ये बड़ा अवसर हैं, कि मैं इस पार्टी का हिस्सा बनने जा रही हूं. राजनीति में आना मेरे लिए अवसर नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी और संकल्प है. बिहार के विकास के लिए अब जेडीयू के साथ काम करना है.

इसे भी पढ़ें : बिहार को जल्द मिल सकती है एक और अमृत भारत ट्रेन, रेलवे ने सोनपुर मंडल को भेजा प्रस्ताव

JDU के ताकतवर नेताओं में से एक रहे शाहिद

आपको बता दें इकरा के पिता शाहिद अली खान का 2018 में निधन हो गया था. वो 1990 में पहली बार सीतामढ़ी विधान सभा से जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़े और विजयी रहे. 2000, 2005 में सुरसंड और 2010 में पुपरी से विधायक चुने गए. दोनों बार उन्हें बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री का कार्यभार मिला. राज्य सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण और विज्ञान प्रावैधिकी, कानून, भवन निर्माण, लघु जल संसाधन व सूचना प्रावैधिकी मंत्री का पद संभाल चुके हैं. 1995 से 2000 तक लगातार वियाडा के भी चेयरमैन भी रहे. 

इसे भी पढ़ें : बिहार के इस जिले को कहते हैं मिनी स्विट्जरलैंड, पहाड़ी पर मौजूद है 1700 साल पुराना मंदिर

Next Article

Exit mobile version