बिहार: E ग्रेड पाने वाले व वार्षिक परीक्षा में शामिल नहीं होने वाले बच्चों की होगी परीक्षा, देखें शेड्यूल
वार्षिक परीक्षा में इ-ग्रेड पाने वाले व परीक्षा में शामिल नहीं होने वाले कुल 77069 विद्यार्थी दोबारा आयोजित की जा रही वार्षिक परीक्षा में शामिल होंगे. वहीं दोबारा आयोजित की गयी परीक्षा में जिन बच्चों को इ-ग्रेड प्राप्त होगा, उन्हें आगे की कक्षा में प्रमोट नहीं किया जायेगा.
प्राथमिक और मध्य कक्षाओं के वैसे बच्चे जिन्हें वार्षिक परीक्षा में इ-ग्रेड प्राप्त हुआ है या फिर जो बच्चे वार्षिक परीक्षा में शामिल नहीं हुए हैं. उनके लिए 29 मई से दोबारा परीक्षा आयोजित करायी जायेगी. परीक्षा में सत्र 2022-23 में कक्षा पांचवीं और आठवीं के बच्चों के लिए 29 मई से एक जून तक परीक्षा आयोजित की जायेगी.
दो पालियों में परीक्षा
परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जायेगी. पहली पाली की परीक्षा सुबह सात से नौ बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा सुबह साढ़े नौ से 11:30 बजे तक आयोजित की जायेगी. वार्षिक परीक्षा में इ-ग्रेड पाने वाले व परीक्षा में शामिल नहीं होने वाले कुल 77069 विद्यार्थी दोबारा आयोजित की जा रही वार्षिक परीक्षा में शामिल होंगे. वहीं दोबारा आयोजित की गयी परीक्षा में जिन बच्चों को इ-ग्रेड प्राप्त होगा, उन्हें आगे की कक्षा में प्रमोट नहीं किया जायेगा.
इस दिन होगी इन विषयों की परीक्षा
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तिथि- विषय (प्रथम पाली) – विषय (द्वितीय पाली)
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29 मई- भाषा (हिंदी, उर्दू, बांग्ला) – अंग्रेजी
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30 मई- गणित – पर्यावरण, सामाजिक विज्ञान
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31 मई- विज्ञान (केवल आठवीं के बच्चों के लिए) – संस्कृत व अन्य (केवल आठवीं के बच्चों के लिए)
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1 जून- राष्ट्रभाषा हिंदी – सह शैक्षणिक गतिविधियों का अवलोकन
पटना जिले के 90 हजार से अधिक बच्चों को मिला था ए ग्रेड
सत्र 2022-23 की वार्षिक परीक्षा में जिले से 53710 बच्चे आठवीं तक की वार्षिक परीक्षा में शामिल हुए थे. इनमें से 90118 बच्चों को ए ग्रेड प्राप्त हुआ था. ए ग्रेड पाने वाले बच्चों को अलग-अलग प्रखंड के स्कूल प्रबंधकों ने प्रोत्साहित करने के लिए मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया था.
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सम्मान मिलने से बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है
डीइओ अमित कुमार ने बताया कि सम्मान मिलने से बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे आगे भी अच्छा करने के तैयारी करते हैं. रिपोर्ट कार्ड अभिभावकों को सौंपने से अभिभावक भी अपने बच्चों की कमी को समझते हैं और उन्हें बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.