बिहार के थानों में अब वाहनों की कमी नहीं रह गयी है. बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लोकार्पित किये गये 576 पुलिस वाहनों से 528 वाहन पुलिस थानों को मिले हैं. इस तरह सूबे में कार्यरत 1131 पुलिस थानों के पास अब कुल 3044 वाहन उपलब्ध हो गये हैं. पुलिस व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए पर्याप्त वाहन उपलब्ध होने से अब प्रत्येक थाने में अनुसंधान और विधि-व्यवस्था को लेकर बनी टीमों को अलग-अलग वाहन उपलब्ध होने लगे हैं.
वाहन उपलब्ध कराये जाने के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने स्पष्ट कर दिया है कि अब गश्ती में कोताही का कोई बहाना नहीं चलेगा. पहले अनुसंधान और विधि-व्यवस्था के लिए एक ही वाहन उपलब्ध होने से थाने के कर्मी वाहन की कमी का बहाना करते थे. मुख्यालय ने बताया है कि वर्तमान में महिंद्र की 613 डीजल गाड़ियों की खरीद की गयी है. इनमें से उपलब्ध 576 पुलिस वाहनों में से 528 विभिन्न जिलों के पुलिस थानों, 34 बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की विभिन्न वाहनियों एवं 51 बिहार पुलिस की विभिन्न इकाइयों को आवंटित की गयी है. शेष 37 वाहन भी शीघ्र ही प्राप्त हो जायेंगे.
पुलिस मुख्यालय ने बताया है कि सूबे के 1131 पुलिस थानों एवं ओपी के पास पहले से ही 2010 सरकारी वाहन उपलब्ध थे. इसके अलावा 528 भाड़े पर लिये गये निजी वाहन का इस्तेमाल भी थानों में हो रहा है. 528 नये वाहन जुड़ने से थानों में कुल वाहनों की संख्या 3044 हो गयी है. मुख्यालय के मुताबिक इससे पहले दिसंबर 2021-फरवरी 2022 में इआरएसएस डायल 112 के लिए 400 वाहनों की खरीद की गयी थी. उससे पहले 2018-19 में भी 200 सुमो, 314 बोलेरो, 250 जिप्सी और 47 स्कॉर्पियो सहित कुल 811 वाहनों की खरीद की गयी थी.
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अधिकारियों ने बताया कि थानों के पुलिस वाहन को महिला सिपाही भी चला रही हैं. इसके लिए 2016 से 2019 के बीच तीन बार में 29, 11 और 14 सहित कुल 54 महिला चालक सिपाही की नियुक्ति की गयी है. पटना के महिला थाना, सचिवालय, फुलवारीशरीफ, खगौल और मसौढ़ी थाना में महिला चालक सिपाहियों की ड्यूटी लगाये हुए उनको पुलिस वाहन चलाने की जिम्मेदारी दी गयी है.