बिहार के औरंगाबाद के बॉर्डर पर बड़ी मात्रा में मिला विस्फोटक, डिफ्यूज किये गये 83 बारूदी सुरंग

औरंगाबाद जिले की सीमा पर अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र छकरबंधा के जंगलों में शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 27, 2021 10:10 AM

औरंगाबाद/डुमरिया. औरंगाबाद जिले की सीमा पर अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र छकरबंधा के जंगलों में शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों द्वारा लगायी गयीं 83 बारूदी सुरंगों को नष्ट कर दिया गया.

करेबरा 205, सीआरपीएफ 159 व 47 वीके जवानों ने संयुक्त अभियान के दौरान डुमरिया प्रखंड के छकरबंधा के जंगलों में ढकपहरी, सागरपुर व खजौरिया जाने के रास्ते में लगायी गयी बारूदी सुरंगों का पता चला.

इस दौरान सागपुर से 1.5 किलोमीटर दक्षिण व ढकपहरी से 1.4 किलोमीटर उतर–पूर्व मदनपुर औरंगाबाद के सीमावर्ती क्षेत्र में लगभग 150 मीटर में लगायी गयीं कुल 83 बारूदी सुरंगों को नष्ट कर दिया गया.

नक्सलियों के द्वारा लगायी गयी बारूदी सुरंग में 20–20 किलोग्राम के तीन नग्न आइइडी, 10 किलोग्राम के 71 नग्न आइइडी व पांच किलोग्राम के नौ नग्न आइइडी के अलावा 815 किलोग्राम विस्फोटक बारूद का इस्तेमाल किया गया था. सभी आइइडी को सीरीज में लगाया गया था, ताकि पुलिस बल व सीआरपीएफ, कोबरा के जवानों को नुकसान पहुंचाया जा सके.

बरामद विस्फोटक को देखते हुए मानें, तो यदि नक्सली अपनी इस योजना में सफल होते तो सुरक्षाबलों को भारी नुकसान उठाना पड़ता. पुलिस सूत्रों को मानें, तो इतने विस्फोटक नक्सली ने पहली बार इस जंग में लगा रखा था.

इस तरह की सुरंग छत्तीसगढ़ के जंगलों में देखने को मिली है. यह अब तक की सबसे बड़ी बारूदी सुरंग है. यह पूरा अभियान कमांडेंट 205 कोबरा के नेतृत्व में पुलिस उप– महानिरीक्षक सीआरपीएफ गया के निर्देशन व पर्यवेक्षण में चलाया गया.

83 बारूदी सुरंगों को कोबरा व सीआरपीएफ बम निरोधक दस्तों के द्वारा नष्ट कर दिया गया. इस मौके पर सीआरपीएफ के पुलिस उप महानिरीक्षक गया, कोबरा 205 व 159 बटालियन के कमांडेंट व अभियान एएसपी गया भी जवानों के साथ मौजूद थे.

Posted by Ashish Jha

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