भीषण गर्मी की आशंका, पाइपलाइन में लीकेज की समस्या बड़ा सिरदर्द
भीषण गर्मी की समस्या से पाइप्लाइन के फट जाने के साथ साथ उनसे होने वाला लीकेज एक बड़ा सिरदर्द बन चुका है.
समस्या से निबटने को लेकर अब तक किये गये काम नाकाफी, प्रशासन को लगाना होगा जोर
शहर में जलापूर्ति को लेकर करोड़ों रुपये की लागत से काम होने के बाद भी गर्मी शुरू होते ही कई जगहों पर पानी की किल्लत सामने आने लगी है. इस बार भीषण गर्मी की आशंका व्यक्त की जा रही है. जलापूर्ति की समस्या से निबटने को लेकर अब तक किये गये काम नाकाफी हैं. ऐसे जलापूर्ति योजना का काम पूरा होने की डेटलाइन 30 जून 2024 है. इसके बाद भी निगम की ओर से कई जगहों पर टैंकर से व अपने संसाधन से पानी सप्लाइ की जा रही है. लोगों का कहना है कि जलापूर्ति योजना में हाल के दिनों में किया गया काम गुणवत्तापूर्ण नहीं होने के कारण जगह-जगह दिक्कतें आ रही हैं. पाइपलाइन में लीकेज की समस्या के चलते लोगों के घरों तक पानी पहुंचने में दिक्कत आ रही है. शहर के लोगों को 104 एमएलडी पानी की जरूरत है. बुडको के अनुसार, फिलहाल 80 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जा रही है. फिलहाल अंडर ग्राउंड लेयर 45-50 फुट चला गया है. गंगा जलापूर्ति योजना से पानी सप्लाइ में कोई दिक्कत होती है, तो यहां समस्या 55-60 फुट अंडरग्राउंड लेयर जाने के बाद ही उत्पन्न होगी. ऐसे निगम की ओर से भी स्थानीय स्तर पर कई तरह के इंतजाम किये गये हैं. कई जगहों पर ओवर हेड टैंक बनाये गये हैं.
गंगा जलापूर्ति योजना ने आंदोलन पर लगाया है ब्रेक
पंपिंग केंद्रों से पानी सप्लाइ होने के समय पिछले वर्ष तक पानी की किल्लत के चलते लोग आंदोलन पर उतारू हो जाते थे. इस समय तक रोड जाम-आगजनी आदि की समाचार जगह-जगह से मिलने लगती थी. गंगाजल लोगों के घरों तक आने के बाद यह समस्या बहुत हद तक कम गयी है. अब यहां पाइप फटने, कनेक्शन नहीं होने व जलापूर्ति अवरुद्ध होने की बात सामने आती है. लोगों ने बताया कि गंगाजल की सप्लाइ बाजार इलाकाें में बिना रुकावट हो रही है. इसके अलावा निगम की ओर से लगाये गये 800 चापाकल, 132 प्याऊ व 384 मिनी जलापूर्ति केंद्र लोगों की समस्या को दूर करने में सहायक साबित हो रहा है.
क्या कहते हैं इंजीनियर
बुडको के सहायक अभियंता ज्योति प्रकाश ने बताया कि शहर के लोगों को गंगाजल की सप्लाइ दी जा रही है. कुछ जगहों पर करीब चार-पांच किलोमीटर काम बचा हुआ है. इसमें कनेक्शन देने का ही अधिक काम है. शहर के लोगों को पाइपलाइन के माध्यम से 80 एमएलडी पानी सप्लाइ हो रही है. गर्मी को देखते हुए व्यवस्था को और दुरुस्त करने पर काम किया जा रहा है. आनेवाले दिनों में किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जायेगी.
क्या कहती हैं नगर आयुक्त
ऐसे तो जलापूर्ति योजना को देखना बुडको का काम है. इसके बाद भी निगम क्षेत्र की समस्या होने के कारण नजर बनी है. नौ अप्रैल को एजेंडा तैयार कर बैठक की जायेगी. गर्मी में पेयजल की किल्लत पर समस्या का सामना निगम को ही करना पड़ता है. सिंगरास्थान ओवर टैंक भर नहीं पा रहा है. इसके लिए आवश्यक निर्देश दिये गये हैं. टंकी भरने के बाद वार्ड 30, 31, 32, 33, 34, 35, आदि जगहों के पेयजल संकट दूर हो जायेगा. बुडको या फिर उसकी एजेंसी को हर स्तर पर निगम से मदद दी जा रही है. अब बुडको को यह सुनिश्चित करना होगा कि गर्मी में किसी भी जगह पर पानी का संकट नहीं होने दिया जाये. नौ अप्रैल के बैठक में एजेंडा उन्हें सौंप दिया जायेगा. इसके बाद हर सप्ताह इस रिव्यू मीटिंग की जायेगी. नगर निगम अपनी ओर से भी किसी तरह के संकट से निबटने के लिए तैयारी पूरी कर रखी है.