Bihar: गोल्ड मेडल पाकर खिल उठे मेधावी विद्यार्थियों के चेहरे, राज्यपाल ने डिग्री-मेडल से नवाजा

दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल फागू चौहान ने कहा कि आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय नवीनतम विषयों से संबंधित शोध कार्य को लगातार आगे बढ़ा रहा है. नैनो टेक्नोलॉजी केंद्र में हो रहे शोध और स्थापित विश्व स्तरीय प्रयोगशाला काफी बेहतर है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 22, 2022 10:48 AM

पटना. आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी (एकेयू) का आठवां दीक्षांत समारोह बुधवार को सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के बापू सभागार में आयोजित हुआ. दीक्षांत समारोह में इस बार कुल 17495 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गयी, जिनमें 1739 छात्र-छात्राओं ने खुद उपस्थित रहकर उपाधिप्राप्त की. इस बार कुल 32 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल दिया गया है, जिनमें से 17 छात्राएं और 15 छात्र हैं.

राज्यपाल फागू चौहान ने कहा, बापू के विचारों को आत्मसात करें छात्र

दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल फागू चौहान ने कहा कि आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय नवीनतम विषयों से संबंधित शोध कार्य को लगातार आगे बढ़ा रहा है. नैनो टेक्नोलॉजी केंद्र में हो रहे शोध और स्थापित विश्व स्तरीय प्रयोगशाला काफी बेहतर है. विवि राज्य की उच्चतर शिक्षा में नये आयाम जोड़ेगा और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने में अवश्य सफल होगा. महात्मा गांधी ने कहा था कि मैं उच्च शिक्षा उसी को कहूंगा, जिसे पाकर मनुष्य विनम्र, परोपकारी, सेवाभाव से युक्त और कर्म तत्पर हो जाये, जिस विद्या से आर्थिक, सामाजिक और आध्यात्मिक कष्टों से मुक्ति मिलती है, वहीं वास्तविक विद्या है. मेरी आपसे अपेक्षा है कि बापू के इन वाक्यों को आत्मसात करते हुए आप इसे व्यवहार में लाने का ईमानदार प्रयत्न करेंगे.

दुखी और पीड़ितों की मदद करें

दीक्षांत समारोह के विशिष्ट अतिथि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि आज प्राप्त डिग्री सही मायने में उच्च शिक्षा की डिग्री तभी मानी जायेगी जब सभी डिग्रीधारी दुखी-पीड़ितों को अपनी क्षमता के अनुसार मदद करेंगे. उनके द्वारा आह्वान किया गया कि समाज को हर तरह के नकारात्मक सोच को व्यवहार से मुक्त करें व एकीकरण में सकारात्मक योगदान दें. एकीकृत समाज ही विश्वगुरु और सर्व संपन्न हो सकता है.

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भू-सूचना प्रणाली एवं रिमोट सेंसिंग की होगी पढ़ाई : कुलपति

विवि के कुलपति प्रो सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि यहां काफी शोध कार्य हो रहे हैं. यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी, सेंटर ऑफ फिलॉसफी, सेन्टर फॉर स्टेम सेल टेक्नोलॉजी की पढ़ाई भी जल्द शुरू होगी. इन सभी के साथ-साथ संचालित अन्य कोर्स के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों के पद सृजन का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है. आनेवाले सत्र में नवीन तकनीक पर आधारित भू सूचना प्रणाली एवं रिमोट सेंसिंग पाठ्यक्रम को प्रारंभ किया जायेगा. कुलपति ने डिग्रीप्राप्त करने वाले सभी स्टूडेंट्स को शुभकामनाएं दी.

राजनीति भी है करियर का एक विकल्प : सुमित कुमार सिंह

विज्ञान एवंप्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि राजनीति भी कैरियर का एक विकल्प हो सकता है. सामान्य अवधारणा है कि राजनीति गलत होती है, परंतु सच्चाई यह है कि राजनीति समाज सेवा का श्रेष्ठ साधन है. कतिपय राजनेता गलत हो सकते हैं, लेकिन राजनीति नहीं. अतः वे उच्च शिक्षा हासिल कर राजनीति को कैरियर बना सकते हैं. पढ़े-लिखे युवा समाज को एक बेहतर रास्ता दिखाने में मदद करें.

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