पटना. भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगने के बाद दिल्ली तलब किये गये बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने पहली बार मीडिया से बात की है. पटना से दिल्ली जाने के क्रम में पत्रकारों के सवालों पर राज्यपाल फागू चौहान ने कहा कि मैं कुछ नहीं जानता, जो आरोप लगा रहा है उससे पूछिए.
राज्यपाल फागू चौहान पर भ्रष्टाचार को संरक्षण और प्रोत्साहन देने का आरोप है. उनपर यह आरोप राज्य के एक कुलपति ने लगाया है. मौलान मजहरूल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय में कुलपति डॉ. कुद्दुस ने सीएम नीतीश और राज्यपाल को पत्र लिखकर यूनिवर्सिटी में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होने की शिकायत की है.
मिथिला विवि के कुलपति प्रो सुरेन्द्र प्रताप सिंह पर गलत ढंग से टेंडर देने और टेंडर में बंदरबांट का आरोप लगा है. प्रो सुरेन्द्र प्रताप को राज्यपाल कल ही सर्वश्रेष्ट कुलपति से सम्मानित किया है. कुलपति प्रो. मो. कुद्दुस के आरोप के बाद राजभवन में हाइलेवल मीटिंग हुई जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए.
बैठक में सुरेंद्र प्रताप सिंह को तत्काल पाटलिपुत्र के कुलपति के प्रभार से हटाने का फैसला लिया गया. इधर, मगध विवि के कुलपति के घर से करोड़ों रुपये की बरामदगी मामले में भी राजभवन आरोपों के घेरे में है. भ्रष्टाचार के आरोपी कुलपति राजेंद्र प्रसाद को भी राज्यपाल फागू चौहान ने लंबी छुट्टी पर भेज दिया है.
भाजपा के विधान पाषर्द नवल किशोर यादव ने राज्यपाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि राजभवन भ्रष्टाचार की जगह बन गयी है. एसपी सिंह को चोर कहते हुए श्री यादव ने कहा कि आज तक किसी कुलपति को राजभवन में सम्मानित होते नहीं देखा, लेकिन अब चोर भी वहां सम्मानित हो रहे हैं.
Posted by Ashish Jha