फर्जी ADM बनकर धाक जमाने वाले ‘राज’ के करतूतों की फाइलें खुली, सिलीगुड़ी में करोड़ों की अकूत संपत्ति मिली
फर्जी एडीएम बनकर लोगों और प्रशासनिक पदाधिकारियों के बीच धाक जमाने वाले राज पांडेय की करतूतों की फाइल परत दर परत खुल रही है. सिलीगुड़ी पुलिस ने उसके दागापुर स्थित फ्लैट में छापेमारी की तो वहां से पुलिस को अवैध और फर्जी तरीके से बने हुए आर्म्स लाइसेंस सहित भूमि में करोड़ों के निवेश के कागजात मिले हैं.
भागलपुर: फर्जी एडीएम बनकर लोगों और प्रशासनिक पदाधिकारियों के बीच धाक जमाने वाले राज पांडेय की करतूतों की फाइल परत दर परत खुल रही है. एक तरफ जहां राज पांडेय को पुलिस ने एक पुलिस पदाधिकारी को गोली मारने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था.
वहीं दूसरी तरफ जब सिलीगुड़ी पुलिस ने उसके दागापुर स्थित फ्लैट में छापेमारी की तो वहां से पुलिस को अवैध और फर्जी तरीके से बने हुए आर्म्स लाइसेंस सहित भूमि में करोड़ों के निवेश के कागजात मिले. बताया जा रहा है कि राज पांडेय ने सिलीगुड़ी के ही एक वरीय अधिकारी के साथ सांठगांठ कर 60 करोड़ रुपये से अधिक भूमि में निवेश किया था. इसमें भागलपुर के रहनेवाले कुछ सफेद कॉलर वाले लोगों का काला धन भी शामिल है.
लाइसेंस पर राज पांडेय के सिलीगुड़ी के घर का पता
बताया जा रहा है कि सिलीगुड़ी के दागापुर स्थित राज पांडेय के फ्लैट में घटना के बाद छापेमारी की गयी थी वहां से फर्जी लाइसेंस के कुछ हथियार भी बरामद किये गये थे. राज पांडेय के नाम से मिला आर्म्स के लाइसेंस नगालैंड का निकला. जिसके बाद सिलीगुड़ी पुलिस ने नगालैंड प्रशासन से संपर्क किया. जहां पाया गया कि सिलीगुड़ी स्थित राज पांडेय के पते पर सात अन्य आर्म्स लाइसेंस भी जारी किये गये हैं. जिन लोगों के लाइसेंस जारी किये गये हैं वे लोग भागलपुर के रहनेवाले हैं. इसके बाद पुलिस ने उक्त लोगों की तलाश कर रही है.
पटना स्थित राज पांडेय के आवास तक पहुंची सिलीगुड़ी पुलिस
सिलीगुड़ी और नगालैंड पुलिस विगत बुधवार को भागलपुर पहुंची थी. यहां से कुछ लोगों को सिलीगुड़ी में प्रस्तुत होने का अल्टीमेटम देकर टीम यहां से चली गयी थी. मिली जानकारी के अनुसार भागलपुर से निकलने के बाद उक्त टीम पटना पहुंची. वहां राज पांडेय के दो घरों को तलाश किया गया. टीम को दानापुर स्थित एक घर का पता नहीं चला. पर शहरी क्षेत्र में मौजूद एक घर का पता लगाने में पुलिस कामयाब रही. पुलिस ने उक्त घर में छापेमारी कर कई दस्तावेज बरामद भी किये हैं. इसे टीम अपने साथ लेकर शुक्रवार को वापस सिलीगुड़ी लौट गयी.