बिहार के विभिन्न डीटीओ में कई गड़बड़ियां और दलालों का बोलबाला सामने आया है. इसके बाद से सरकार और जिला प्रशासन एक्टिव मोड में काम कर रही है. बताया जा रहा है कि भागलपुर जिला परिवहन कार्यालय (DTO) में सोमवार को एक बाहरी व्यक्ति कर्मचारी के रूप में काम करते हुए पकड़ा गया. जिस समय वह एमवीआइ के कार्यालय में काम करते पकड़ा गया, उस वक्त वहां एमवीआइ भी मौजूद थे. दरअसल, आयुक्त को यह जानकारी मिली थी कि एमवीआइ कार्यालय में एक बाहरी युवक सरकारी कर्मी बन कर बिचौलिया के रूप में काम करता है. प्रमंडलीय आयुक्त दयानिधान पांडेय ने जांच के निर्देश दिये. जांच के बाद यह कार्रवाई की गयी.
भागलपुर प्रमंडल के क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार (आरटीए) के सचिव वारिस खान ने बताया कि प्रमंडलीय आयुक्त को एक इ-मेल मिला था. शिकायत की गयी थी कि एमवीआइ कार्यालय में कोई रोहण कुमार नाम का युवक सरकारी कर्मी बन कर बिचौलिये का काम करता है. कमिश्नर ने तत्काल इसकी जांच के लिए पहले अपने कार्यालय से एक कर्मी को एमवीआइ कार्यालय भेजा. कर्मी ने एमवीआइ कार्यालय में रोहण को कंप्यूटर पर काम करते हुए पाया. कर्मी ने कमिश्नर कार्यालय को इसकी सूचना दी. इसके बाद कमिश्नर ने आरटीए सचिव को भेजा. उन्होंने भी रोहण को कंप्यूटर ऑपरेटर कम ऑफिस अटेंडेंट के रूप में काम करते पाया.
सदर एसडीओ ने एक मजिस्ट्रेट भेजा और मौके पर रोहण को पुलिस के हवाले कर दिया गया. वारिस खान ने बताया कि एमवीआइ से इस बाबत पूछा गया, तो उनका कहना था कि कर्मचारी की कमी और काम के दबाव को देखते हुए रोहण से काम लिया जा रहा था. सचिव ने बताया कि डीटीओ को इस मामले में एफआइआर दर्ज करने का निर्देश दिया गया है. वहीं डीटीओ से इस बात का स्पष्टीकरण भी मांगा जायेगा कि आखिर बाहरी व्यक्ति से काम किसकी अनुमति से लिया जा रहा था. वहीं जोगसर थानाध्यक्ष एसआइ रंजीत कुमार ने बताया डीटीओ कार्यालय में पकड़ाये व्यक्ति को प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस अभिरक्षा में थाना लाया गया है. इस संबंध में देर शाम तक किसी प्रकार का आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. वरीय अधिकारियों के निर्देशानुसार कार्रवाई की जायेगी.