बिहार के आइएएस-आइपीएस अफसर से भी अब साइबर ठगों को डर नहीं लगता. वो धडल्ले से अब उनके नाम का गलत इस्तेमाल करके उनकी भी परेशानी को बढ़ाने लगे हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर के जरिए ठगी का एक नया तरीका जालसाजों ने ढूंढा है और डीएम-एसपी समेत कई बड़े अफसरों के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया जा रहा है. वहीं साइबर अपराधियों की इस हरकत ने आला अधिकारियों की भी नींद उड़ायी है. हाल में ही साइबर अपराधियों ने भागलपुर के जिलाधिकारी जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के पर्सनल फेसबुक अकाउंट को हैक कर फर्जी फेसबुक अकाउंट बना दिया. जबकि पूर्व डीजीपी अभयानंद का फर्जी फेसबुक अकाउंट बना कर लोगों को ठगने का प्रयास भी किया गया. कई एसपी और डीएम के साथ भी ऐसी घटना घट चुकी है.
साइबर अपराधियों ने भागलपुर के डीएम सुब्रत सेन के निजी फेसबुक अकाउंट को हैक कर फर्जी फेसबुक अकाउंट बना दिया. बुधवार देर शाम अचानक जिलाधिकारी के पुराने फ्रेंडलिस्ट में शामिल लोगों सहित कई अन्य लोगों को उनका फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट मिलना शुरू हुआ. इधर, उनके फेक अकाउंट पर जिलाधिकारी के परिजनों द्वारा भी अकाउंट के फर्जी होने की बात कहते हुए फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार न कर उसके विरुद्ध फेसबुक पर ही रिपोर्ट करने की अपील की गयी. जिलाधिकारी के साथ हुई इस घटना के बाद जानकारी पुलिस को दी गयी. मिली जानकारी के अनुसार मामले में वरीय अधिकारियों से निर्देश प्राप्त होने के बाद भागलपुर पुलिस के साइबर सेल और सोशल मीडिया विंग एक्टिव हो गया है. उक्त अकाउंट को डिलिट करने और उसे डिएक्टिव कराने के साथ-साथ उक्त अकाउंट को बनाने वाले साइबर अपराधियों की भी खोजबीन शुरू कर दी गयी है.
साइबर बदमाशों ने फेसबुक पर पूर्व डीजीपी अभयानंद के दो फर्जी अकाउंट बना दिये हैं और उनके करीबियों व फॉलोअर से ठगी का प्रयास कर रहा है. अभयानंद की जानकारी में जब मामला सामने आया, तो उन्होंने साइबर थाने में अज्ञात के खिलाफ में केस दर्ज करा दिया है. साथ ही उन्होंने अपने वास्तविक फेसबुक अकाउंट के माध्यम से भी लोगों को इस संबंध में जानकारी देते हुए पोस्ट किया है. बताया जाता है कि साइबर बदमाशों ने उनके मूल फेसबुक अकाउंट से फोटो व अन्य सामग्री को फर्जी अकाउंट के पेज पर डाल दिया है और मैसेंजर के माध्यम से लोगों से ठगी करने की कोशिश की. लोगों ने इस संबंध में अभयानंद को जानकारी दी.
Also Read: बिहार में साइबर ठगी का मामला पुलिस के लिए नया सिरदर्द, लाखों रुपये गंवा रहे पढ़े लिखे लोगबता दें कि इससे पूर्व भी कई आइएएस व आइपीएस का साइबर अपराधी फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बना चुके हैं. साथ ही उनके करीबियों से पैसे की मांग करते हैं.साइबर अपराधियों ने गोपालगंज के डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी के नाम से फर्जी फेसबुक आइडी बना ली थी. उस फेक आइडी से लोगों से पैसे मांगे जा रहे थे.क्लोन आइडी की असलियत जानने में लोग भी अक्सर धोखा खाते हैं. डीएम की ओर से भी लोगों को अलर्ट किया गया कि वो इस फेक आइडी से मिल रहे झांसे से बचें. वहीं साइबर थाने की पुलिस फौरन मामले की जांच में जुट गयी.
बिहार के कई आइपीएस अफसर इन जालसाजों के रडार पर पूर्व में चढ़ चुके हैं. साइबर शातिरों ने निगरानी के डीजी आलोक राज का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर ठगी का प्रयास किया था. खुद डीजी ये जानकर दंग रह गया थे और केस दर्ज कराया था. वहीं बेतिया रेंज के डीआइजी जयंतकांत के नाम से एक फेक फेसबुक आइडी बनाकर साइबर ठगों ने भागलपुर में एक थानेदार को ठगने की कोशिश की थी. दारोगा देवानंद पासवान ने आइपीएस जयंतकांत को इसकी जानकारी दी तो वो हैरान रह गए थे.
नवादा के पुलिस कप्तान अम्बरीश राहुल के नाम से एक फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर भी ठगों ने जालसाजी का प्रयास हाल में ही किया था. एसपी के कई मित्रों को मैसेज करके उनसे पैसे की डिमांड की जा रही थी. जिसकी जानकारी मिलते ही एसपी ने खुद अपने फेसबुक अकाउंट से पोस्ट करके लोगों को सतर्क कर दिया था. पिछले दिनों ही साइबर ठगी का एक मामला सामने आया था जिसमें रिटायर्ड आइजी ललन मोहन प्रसाद की फेक फेसबुक आइडी बनाकर उनके रिश्तेदारों से 1 लाख रुपए से अधिक की ठगी कर ली थी.