Bihar News: भागलपुर के घोघा थाना क्षेत्र के एनएच 80 फुलकिया गांव निवासी रुपण मंडल के 18 वर्षीय पुत्र नंदन कुमार को चार-पांच बाइक सवार लोगों द्वारा अगवा किये जाने की बात संज्ञान में आते ही पुलिस मामले की जांच में जुट गयी. पुलिस द्वारा मामले की जांच के बाद पूरा मामला ही फर्जी पाया गया. ऑनलाइन बेटिंग एप पर क्रिकेट में सट्टा लगाने में काफी पैसे गंवाने के बाद नंदन को जब कुछ भी नहीं सूझा तो उसने खुद के ही अपहरण की साजिश रच डाली.
नंदन कुमार पहले बीच सड़क पर अपने कुछ परिचितों के ही मदद से खुद को अगवा करवाया. और फिर खुद ही परिजनों को फोन कर अपहरणकर्ताओं द्वारा अज्ञात जगह रखे जाने और फिरौती के तौर पर पचास हजार रुपये मांगे जाने की बात कह डाली. परिजनों जब सुबह घोघा थाना पहुंचे तो उन्होंने बताया कि उनका पुत्र नंदन कुमार मंगलवार सुबह टहलने के लिए घर से निकला था. आठ बजे तक घर नहीं लौटने पर परिवार के लोग परेशान होने लगे.
सुबह साढ़े आठ बजे उनके मोबाइल पर नंदन के मोबाइल से कॉल आया. उसने कुछ लड़कों द्वारा उसे किडनैप किये जाने की बात कहते हुए अपहरणकर्ताओं द्वारा फिरौती के तौर पर पचास हजार रुपये डिमांड किये जाने की बात कही. परिजनों ने फौरन इस बात की सूचना घोघा पुलिस को दी. घोघा थानाध्यक्ष एसआइ दिलशाद ने फौरन कांड के प्रतिवेदन की जानकारी एसएसपी को दी.
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एसएसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कहलगांव एसडीपीओ के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया. सुबह 10 बजे तक घटना के सभी बिंदुओं की जांच शुरू कर दी गयी. इसमें तकनीकी सेल की सहायता से नंदन के फोन की सारी गतिविधियों की जानकारी एकत्रित की गयी. दिन के 12 बजे नंदन को लैलख ममलखा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म से बरामद कर लिया गया. घोघा लाकर उससे पूछताछ में सारा मामला सामने आ गया.कांड के उद्भेदन के बाद पुलिस ने नंदन को अपनी अभिरक्षा में रखकर उससे पूछताछ कर रही है.
कांड के फर्जी पाये जाने को लेकर मंगलवार को कहलगांव एसडीपीओ शिवानंद सिंह ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया. इसमें बताया कि नंदन को ऑनलाइन एप्प वाली गेम खेलने की आदत लग गयी थी. उसे पैसे की जरूरत थी. तो उसने अपने को अपहरण करने की झूठी कहानी गढ़ ली. एक मुर्गे की दुकान पर जाकर अपने ही मोबाइल से डरे सहमे आवाज में अपने घर में फोन किया और बताया कि उसे किडनैप कर कुछ लड़के बाइक से लेकर जा रहे हैं. इसके बाद मोबाईल स्वीच ऑफ कर लिया.
लड़के ने फिर कुछ देर बाद लैलख से फोन किया कि अपहरण करने वाले पचास हजार रुपये की मांग कर रहे है. माता पिता ने तुरंत मोबाइल फोन से ही 50000 रुपये भेज दिया. फिर कुछ देर बाद फोन किया कि उनलोगों को पैसे निकाल कर दे दिया है. हमें लैलख ममलखा स्टेशन पर अपहरणकर्ताओं ने छोड़ दिया है. पुलिस ने लैलख स्टेशन से बरामद कर लिया. पुलिस ने साइबर सेल की मदद से उसके मोबाइल फोन को खंगाला तो पता चला कि ऑनलाइन एप्प गेम में उसने 27 हजार रुपये लगाये हैं. 239 रुपये का मोबाइल रिचार्ज कराया है.
Published By: Thakur Shaktilochan