Bihar Farmer Protest: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह किसान नेता राकेश टिकैत ने सोमवार को बिहार के भभुआ पहुंचे जहां किसान महापंचायत का आयोजन किया गया था. राकेश टिकैत ने किसानों की मांग पर अपनी आवाज बुलंद की और सरकार पर निशाना साधा. वहीं लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में बड़े आंदोलन की चेतावनी भी किसान नेता ने दी. उन्होंने कहा कि अगर किसानों की मांग पूरी नहीं की जाती है तो बड़े स्तर पर आंदोलन होगा. इस आंदोलन में देशभर के किसान हिस्सा लेंगे. आंदोलन की रूप रेखा भी टिकैत ने बता दी और कहा कि ये आंदोलन तीन चरणों में होगा. जानिए क्या है किसानों की मांग और क्यों आंदोलन की चेतावनी दे रहे किसान नेता राकेश टिकैत…
कैमूर जिले में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा किसान आंदोलन होगा. बिहार में किसानों की आजादी के लिए आंदोलन में देशभर के किसान शामिल होंगे. यह आंदोलन बिहार में मंडी कानून के तहत बाजार समिति की व्यवस्था लागू करने के लिए होगा. किसान नेता टिकैत ने कहा कि जब केंद्र सरकार ने किसानों के खिलाफ बनाये गये तीनों कानून को वापस ले लिया, तो फिर आखिर बिहार में क्यों नहीं मंडी कानून को लागू किया जा रहा है. बिहार में मंडी कानून को लागू किये जाने के लिए एक बड़े आंदोलन की जरूरत है और लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में एक बड़ा किसान आंदोलन किया जायेगा.
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राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि अगर बिहार की सरकार मंडी कानून को लागू नहीं करती है, तो बहुत जल्द किसान संयुक्त मोर्चा के इंडियन कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक बिहार में होगी. उसमें बड़े आंदोलन की रणनीति तैयार की जायेगी. बिहार में आंदोलन तीन चरणों में किया जायेगा. पहले चरण में अपना गांव अपना सड़क जिसके तहत किसान अपने गांव के सामने सड़क पर निकालकर ट्रैक्टर के साथ प्रदर्शन करेंगे. दूसरे चरण में किसान अपने ट्रैक्टर के साथ महत्वपूर्ण चौक चौराहों पर पहुंचकर उसे जाम कर नाकेबंदी करेंगे और तीसरे चरण में जीटी रोड को जगह-जगह पर जाम कर दिया जायेगा. इसके लिए एक ट्रैक्टर, 15 किसान और 10 दिन की जरूरत होगी. जब तक मंडी कानून को लागू नहीं किया जायेगा, तब तक यह आंदोलन चलता रहेगा. आदमी बदलते रहेंगे, लेकिन आंदोलन चलता रहेगा.
राकेश टिकैत ने बिहार सरकार से कहा कि वह बाजार समिति की व्यवस्था बगैर किसी के आंदोलन के लागू कर दे, अन्यथा बिहार में किसानों के बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहें. नीतीश कुमार को अगर प्रधानमंत्री का चेहरा बनना है, तो मंडी कानून बहाल करना होगा और इस आंदोलन में देश भर के किसान शामिल होंगे. राकेश टिकैत ने कहा कि इस आंदोलन के जरिए बिहार के किसानों को आजादी दिलायी जायेगी. साथ ही इस आंदोलन के बाद किसानों को उनके अनाज की उचित कीमत व जमीन की उचित कीमत मिल पायेगी. इन सब चीजों के लिए एक बड़े आंदोलन की जरूरत है, जिसकी हम तैयारी में लगे हुए हैं. लगातार हम बिहार में भ्रमण करके इस आंदोलन की रूपरेखा को तैयार करेंगे. बिहार के किसान इस आंदोलन के लिए तैयार हैं. बस उन्हें रास्ता दिखाने की जरूरत है, निश्चित रूप से बिहार में भी मंडी कानून लागू होगा.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले किसानों की अलग-अलग समस्याओं को लेकर एकबार फिर से आंदोलन की सुगबुगाहट देखी जा रही है. उत्तर प्रदेश में सोमवार से किसान आंदोलन की शुरुआत होने जा रही है. सरकार के खिलाफ अन्नदाता यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर महापंचायत करके धरना शुरू करने जा रहे हैं. इसमें कई जगहों से किसान पहुंचेंगे और फिर बड़े स्तर पर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी. भारतीय किसान यूनियन ने इसे लेकर अब तैयारी शुरू कर दी है और प्रदर्शन स्थल पर जरूरी सामान पहुंचाने लगे हैं.