पटना. बिहार में अब तक बेहतर बारिश नहीं हुई है. सावन महिना भी बीत गया. अब भादो महीना की शुरुआत हो चुकी है. इस समय भादो महिना का माघा नक्षत्र चल रहा है. इस नक्षत्र में भारी बारिश की गुंजाइश रहती है. लेकिन इस साल ऐसी स्थिति नहीं दिख रही है. बिहार में मौसम विभाग के अनुसार अगस्त माहिना में अनुमान से 64 फीसदी कम बारिश हुई है. कम बारिश होने के कारण धान के खेतों में धरारे पड़ने के साथ धान की फसल सूखकर पीली होती जा रही है. बिहार सरकार द्वारा किसानों को सिंचाई के लिए डीजल सब्सिडी दी जा रही है. लेकिन 80 प्रतिशत सरकारी नलकूपों के अनुपयोगी होने और नहरों में पानी नहीं होने से पांच फीसदी किसान ही इसका लाभ ले पायेंगे. किसानों का कहना है कि यदि बेहतर बारिश नहीं हुई तो रबी की फसल भी बेहतर होने की संभावना नहीं दिखती है.
जिला कृषि विभाग द्वारा जारी सूचना के अनुसार जून महीने में 48 फीसदी, जुलाई में मात्र 63 और अगस्त में अब तक 64 फिसदी अनुमान से कम बारिश हुई है. अगस्त महिना में 59.37 मिलीमीटर ही बारिश हुई है. इन तीन महीनों में कम बारिश होने के कारण साढ़े 12 हजार हेक्टेयर में जहां धान की रोपनी नहीं हो पायी है. वहीं, 8500 हेक्टेयर में मक्के की खेती नहीं हो पायी है.
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बिहार सरकार डीजल सब्सिडी की राशि किसानों के खाते में भेज रही है. डीजल सब्सिडी के लिए किसान ऑनलाइन आवेदन कर रहे है. सारण जिले में 17 अगस्त तक 10970 किसानों ने आवेदन ऑनलाइन दिये है, जिसमें से 3342 आवेदन को कृषि समन्वयकों द्वारा स्वीकृत किया गया है. जबकि 2582 आवेदन रिजेक्ट किये गये है. वहीं, जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा अबतक 3115 आवेदन को स्वीकृत करते हुए 2657 आवेदन से संबंधित किसानों के खाते में 19 लाख 56 हजार 306 रुपये भेजे जाने की बात बतायी जा गयी है. पूरे बिहार में सारण डीजल सब्सिडी वितरण मामले में तीसरे नंबर पर है.