बिहार के किसानों ने बीते पांच साल में सबसे अधिक अनाज पैदा किया है. बिहार सरकार द्वारा केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय को भेजी गयी रिपोर्ट बताती है कि कृषि वर्ष 2021-22 में 184.87 लाख टन खाद्यान्न का उत्पादन किया गया है. इससे पहले वर्ष 2016-17 में 185 लाख टन उत्पादन का रिकाॅर्ड किया गया था
बीते साल से तुलना करें, तो इस बार करीब पांच लाख टन अधिक खाद्यान्न पैदा हुआ है. आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2019-20 में उत्पादन 163.80 लाख टन हुआ था. 2020-21 में यह बढ़ कर 179.52 लाख टन था. इस बार 184.86 लाख टन पैदावार 6443.774 हजार हेक्टेयर में हुई है. उत्पादकता दर 28.69 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है. फसलों के इस रिकॉर्ड उत्पादन के लिए कृषि विशेषज्ञ सरकार की किसान हितैषी नीतियों, किसानों की अथक मेहनत और वैज्ञानिकों की लगन को श्रेय जाता है. सबसे बड़ा श्रेय मौसम का है. बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति भयावह न होने के कारण पांच साल का रिकॉर्ड टूटा है.
राज्य में इस बार एक हेक्टेयर में 30.78 क्विंटल गेहूं और 37.45 क्विंटल धान का उत्पादन हुआ है. ज्वार, बाजरा, मक्का आदि मोटे अनाज का उत्पादन 678.282 हजार हेक्टेयर में 3491.8 लाख टन है. पैदावार एक हेक्टेयर में 51.48 क्विंटल है. मूंग, खेसारी, मंसूर आदि दलहनी फसल 435.366 हजार हेक्टेयर में 387.943 हजार टन हुई है. एक हेक्टेयर में पैदावार 891 किलोग्राम है. सरसों, मूंगफली, सूरजमुखी आदि आयल सीड्स में आने वाली फसलों की पैदावार 115.922 हजार हेक्टेयर में 121472 टन है. यह फसलें एक हेक्टेयर में 10.48 क्विंटल पैदा हो रही हैं.
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फसल – रकबा – उत्पादन -उत्पादकता
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चावल – 3091.361 – 7717.303 – 2496
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धान – 3091.361 – 11575.949 – 3745
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गेहूं – 2238.765 – 6889.831 – 3078
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(नोट :रकबा हजार हेक्टेयर, उत्पादन हजार टन और उत्पादकता प्रति हेक्टेयर किलोग्राम)
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फसल – रकबा – उत्पादन – उत्पादकता
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ज्वार – 1.442 – 1.539 – 1067
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बाजरा 2.889 – 3.293 – 1140
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मक्का 662.853 – 3470.944 – 5236
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रागी 2.445 – 2.391 – 978
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(नोट रकबा हजार हेक्टेयर, उत्पादन हजार टन और उत्पादकता प्रति हेक्टेयर किलोग्राम)
184.87 लाख टन खाद्यान्न का उत्पादन
कृषि सचिव डॉ एन सरवन कुमार ने बताया कि बिहार ने कृषि वर्ष 2021-22 में 184.87 लाख टन खाद्यान्न का उत्पादन किया है. पांच साल पहले इतना उत्पादन हुआ है. बीते साल से करीब पांच लाख टन उत्पादन अधिक है. मौसम का साथ मिलने के कारण इतना खाद्यान्न पैदा कर सके हैं.