केंद्र सरकार की बेरुखी से बिहार के किसान परेशान, 50 प्रतिशत जिलों में मांग का आधा भी नहीं पहुंचा यूरिया
केंद्र सरकार बिहार का कोटा पूरा नहीं कर पा रही है़ बिहार को 74 फीसद की यूरिया प्राप्त हो सका है़
पटना़ राज्य सरकार की बार- बार के अनुरोध और केंद्र सरकार के आश्वासन के बाद भी राज्य में यूरिया की आपूर्ति को निर्धारित मात्रा में नहीं हो पा रही है़ केंद्र सरकार बिहार का कोटा पूरा नहीं कर पा रही है़ बिहार को 74 फीसद की यूरिया प्राप्त हो सका है़
दिसंबर 21 में यूरिया की स्थिति
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315000 टन जरूरत
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227998.37 टन उपलब्ध
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224030.69 टन सेल
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3948.82 टन क्लोजिक स्टॉक
जनवरी 22 में यूरिया की स्थिति
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220000.00 टन जरूरत
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99772.43 टन उपलब्ध
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88168.68 टन सेल
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11603.75 टन क्लोजिंग स्टॉक
कृषि सचिव डा़ एन सरवण कुमार की अध्यक्षता में 31 दिसंबर तक उर्वरक की हुई आपूर्ति और वितरण की समीक्षा बैठक की रिपोर्ट बताती है कि बिहार को मांग का 26 फीसदी यूरिया कम मिला है़ राज्य के आधा दर्जन के करीब जिलों में तो मांग का आधा यूरिया भी नहीं पहुंचा़
मुजफ्फरपुर, दरभंगा और पश्चिमी चंपारण के किसानों को मांग का मात्र 47 फीसद ही यूरिया मिल सका़ राज्य सरकार अब इसकी भरपायी में जुट गयी है़ सचिव के स्तर से आदेश जारी किया गया है कि जिन जिलों को 50 फीसदी से कम यूरिया मिला था उनको अब प्राथमिकता के आधार पर यूरिया की आपूर्ति की जायेगी़
इन जिलों के किसानों ने यूरिया का स्टॉक किया
राज्य में उर्वरक का संकट इतना है कि दुकानों पर पुलिस को बल तक प्रयोग करना पड़ रहा है़ कई जिलों में किसानों ने जरूत से अधिक यूरिया खरीदा़ कृषि विभाग का मानना है कि किसानों ने रबी के बाद वाली फसल के लिये स्टॉक किया है, इससे स्थिति बिगड़ी है़
कृषि सचिव की समीक्षा रिपोर्ट के मुताबिक भोजपुर, बक्सर और रोहतास में अधिक यूरिया खपा है़ भोजपुर में निर्धारित लक्ष्य से अधिक 160 फीसदी, बक्सर में 124 तथा रोहतास में 122 प्रतिशत यूरिया की आपूर्ति हुई़