यूरिया की किल्लत पर बिहार के किसानों ने PMO को टैग कर सोशल मीडिया पूछा सवाल, जानें क्या जवाब मिला…
बिहार में एक बार फिर से यूरिया की किल्लत गहरा गयी है. रात-रात भर लाइन में लगे रहने के बावजूद किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है. मुजफ्फपुर में जिला स्तर पर कोई समाधान नहीं होने की स्थिति में अब सोशल मीडिया पर किसान यूरिया को लेकर मुहिम चलाने लगे हैं.
मुजफ्फरपुर: बिहार में एक बार फिर से यूरिया की किल्लत गहरा गयी है. रात-रात भर लाइन में लगे रहने के बावजूद किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में अब बिहार के कई किसान सोशल मीडिया पर पीएमओ को टैग कर सवाल पूछ रहे हैं. जिला स्तर पर कोई समाधान नहीं होने की स्थिति में अब सोशल मीडिया पर किसान यूरिया को लेकर मुहिम चलाने लगे हैं.
मुजफ्फरपुर के एक किसान ने पीएम-सीएम व डीएम तीनों से पूछा सवाल
सकरा के मेथौरा गांव निवासी राजा आलम ने ट्विटर पर पीएम व सीएम के साथ मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी को टैग कर सवाल पूछा है कि ‘मैं पिछले तीन दिनों से यूरिया के लिए भटक रहा हूं. छोटा किसान हूं, यूरिया नहीं मिलने से फसल प्रभावित हो रही है. कुछ इस तरह से यूरिया के किल्लत की शिकायत जिला से आगे अब पीएमओ व सीएम तक पहुंचने लगी है.
किसान ने पूछा खेती छोड़ दूं क्या ?
इसमें कहा है कि पिछले तीन दिनों से मैं यूरिया के लिए दुकानों का चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन मुझे नहीं मिल रहा है. जहां उर्वरक मिल रहा है, वहां एक बोरा पर दुकानदार 100 रुपये अधिक ले रहा है. इस स्थिति में मैं क्या करूं? किसान ने सवाल किया है कि क्या खेती छोड़ दूं? इसी तरह अमित कुमार गौतम ने प्रधानमंत्री को टैग कर कहा है कि हमलोग छोटे किसान हैं. पटवन के बाद यूरिया नहीं मिल रही है. लोकल दुकानदार खाद बिक्री के नाम पर मनमानी कर रहे हैं. किसान ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है.
अधिकारियों के आश्वासन से थक चुके हैं किसान
यूरिया के लिए किसान पिछले 15 दिनों से परेशान हैं. इन दिनों जिले के लगभग सभी प्रखंडों में वितरण केंद्र के बाहर सुबह से ही किसानों की भीड़ जुट जाती है, लेकिन किसानों को बगैर यूरिया के निराश होकर लौटना पड़ रहा है. इस वजह से हर दिन वितरण केंद्रों पर हंगामा भी हो रहा है. स्थानीय अधिकारियों के आश्वासन से किसान अब थक चुके हैं. इससे परेशान किसान अब सोशल मीडिया के जरिये इसकी शिकायत प्रधानमंत्री से कर रहे हैं. कुछ किसान संगठनों ने 24 दिसंबर से आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
जिला कृषि पदाधिकारी का जवाब आया
मामले को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी शिलाजीत सिंह ने कहा कि फिलहाल 1515 मीट्रिक टन यूरिया का आवंटन हुआ है. एक-दो दिनों में और यूरिया के आवंटन की उम्मीद है. एक और कंपनी की स्पेशल रैक की व्यवस्था हुई है. कृषि निदेशक से भी वार्ता चल रही है. हमलोगों की डिमांड के अनुसार 15000 मीट्रिक टन यूरिया का आना शुरू हो गया है. किसान को संयम और धैर्य रखना चाहिए.