मोहनिया शहर. धान की कटाई के बाद किसानों के लिए यूरिया व डाइ खाद की आवश्यकता होती है. ऐसे में तो डाइ खाद मिल जा रही है. लेकिन, यूरिया के लिए किसानों को बिस्कोमान सहित खाद दुकानों का चक्कर लगाना पड़ रहे हैं.
अनुमंडल के मोहनिया व कुदरा में खाद को लेकर किसान परेशान हैं. बाजार में महंगे दाम पर दुकानदार द्वारा खाद बेची जा रही है. जबकि बिस्कोमान द्वारा खोले गये कृषि केंद्र पर तो कई दिनों से खाद नहीं मिल रही है.
बिस्कोमान केंद्र पर स्टॉक खत्म होने के कारण खाद नहीं मिल रही है. खाद के नाम पर किसानों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है. जबकि, निजी दुकानदार खाद की जम कर कालाबाजारी कर रहे हैं. किसानों का आरोप है कि निजी खाद बिक्रेता जबरन दवाई का पैकेट देकर खाद लेने के मजबूर कर रहे हैं.
इसके कारण किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जबकि बिस्कोमान के कृषि केंद्र पर तो खाद आधार कार्ड के साथ निर्धारित मूल्य पर मिल रहा था. लेकिन इस समय स्टॉक खत्म से नहीं मिल पा रहा है.
वहीं, कुछ दुकानदारों द्वारा ब्लैक में खाद उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके कारण किसानों को ब्लैक में खाद खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है.
इस संबंध में मोहनिया के किसान मनीष सिंह, राहुल कुशवाहा, विनोद कुमार आदि ने बताया कि हम गेहूं की बुआई के लिए खाद के लिए मोहनिया, कुदरा व पुसौली बाजार में दुकान पर खरीदने के लिए गये, जहां एक दुकानदार द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक पर खाद बेची जा रही है.
जबकि बिस्कोमान में खाद नहीं होने की बात कही जा रही है. किसान अजय सिंह ने बताया कि खाद बाजार में मिल रही है. लेकिन महंगे दाम पर मिल रही है. बिस्कोमान पर खाद खत्म होने से परेशानी हो रही है.
Posted by Ashish Jha