बिहार में बदल रहा है खेती का ट्रेंड, राजमा की खेती कर संपन्न हो रहे हैं सुपौल के किसान
बसंतपुर प्रखंड के किसान राजमा की सफल खेती से उत्साहित नजर आ रहे हैं. भगवानपुर पंचायत अंतर्गत समदा गांव में एनएच 106 के किनारे कई एकड़ जमीन में राजमा की खेती की जा रही है.
वीरपुर (सुपौल). बसंतपुर प्रखंड के किसान राजमा की सफल खेती से उत्साहित नजर आ रहे हैं. भगवानपुर पंचायत अंतर्गत समदा गांव में एनएच 106 के किनारे कई एकड़ जमीन में राजमा की खेती की जा रही है.
बसंतपुर के फतेहपुर में भी राजमा की खेती सफलता पूर्वक किसान कर रहे हैं. राजमा अमूनन सेम की बीज की तरह का फसल होता है. इसका उपयोग सब्जी एवं दाल के रूप में किया जाता है. इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिंस पाए जाते हैं.
राजमा की खेती करने वाले किसान रामचंद्र मेहता कहते हैं कि एक एकड़ खेती करने में अमूनन छह से आठ हजार रुपये का खर्च आता है.
बेहतर बीज व प्रशिक्षण की है जरूरत
किसानों को इसके बेहतर खेती के लिए प्रमाणित बीज की जरूरत है. अब तक वे अपने प्रयास से बीज एवं अपने अनुभव से इसकी खेती कर रहे हैं. लेकिन अगर उन्हें बेहतर बीज एवं प्रशिक्षण दिया जाये तो वे और बेहतर कर सकते हैं.
किसान रमेश मेहता ने कहा कि गत साल कि अपेक्षा फसल बेहतर है. अगर कृषि विभाग किसानों को मिट्टी जांच कर बीज उपलब्ध कराएं एवं किसानों को इसकी खेती के तकनीक का प्रशिक्षण दिलाएं तो और बेहतर किसान कर सकते हैं.
Posted by Ashish Jha