रोशन कुमार, गया. मगध कॉलोनी रोड नंबर पांच में पिता के द्वारा अपने ही दो नवजात बच्चों की जान लेने के बाद छानबीन में जुटी पुलिस की विशेष टीम को कई अहम जानकारियां मिली हैं. पता चला है कि 15 दिन पहले भी आरोपित दिवेश शर्मा ने अपने बच्चों को छत से जमीन पर फेंक देने की धमकी देते हुए परिजनों के सामने उपद्रव किया था. उसके बाद से ही उसके परिजन सहमे हुए थे. उक्त घटना के बाद मगध मेडिकल थाने में पहुंची दिवेश शर्मा के घर की महिलाओं से तरह-तरह की बातों की जानकारी दी. महिलाओं ने बताया कि बुधवार की रात दिवेश शर्मा की पत्नी रानी अपने देवर सन्नी को उनके कमरे में खाना देने गयी. इसी बात को लेकर दिवेश शर्मा अपनी पत्नी रानी को कई तरह की बातें बोल कर ताना मारने लगा और धीरे-धीरे पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ता चला गया. वह अपनी पत्नी के साथ मारपीट करते हुए अपना मोबाइल फोन तोड़ दिया. फिर अपने बेटे अभिनंदन को जमीन पर पटक दिया और धमकी देते हुए कहा कि पड़ोसी के घर से उसकी बेटी को लेकर आओ, अन्यथा कुछ और कर बैठेंगे. अपने पति के उग्र रूप को देख रानी अपने पड़ोसी के घर गयी और वहां से अपनी बेटी को लेकर आयी. इसके बाद दिवेश ने बेटी की भी जान ले ली.
जानकारी के अनुसार, आरोपित दिवेश शर्मा कोंच थाना क्षेत्र के मोंक गांव के रहनेवाले गिरिजेश शर्मा का बेटा है. 1980 में गिरिजेश शर्मा की शादी अरवल जिले के कुर्था थाना क्षेत्र के नरही गांव के रहनेवाले दंपती अवधेश शर्मा व रमिता देवी की इकलौती बेटी शीला देवी के साथ हुई थी. अवधेश शर्मा पीडब्ल्यूडी में प्रयोगशाला सहायक के पद पर रहने के कारण मगध कॉलोनी रोड नंबर पांच में मकान बना कर रहने लगे. इकलौती बेटी होने के कारण शीला देवी अपनी ससुराल मोंक रहने के बजाय अपनी मां रमिता देवी व पिता अवधेश शर्मा के साथ मगध कॉलोनी रोड पांच में स्थित मकान में 1985 से ही रहने लगी. इसी मकान में गिरिजेश शर्मा व शीला देवी अपने तीन बेटों भोला शर्मा, दिवेश शर्मा व सन्नी शर्मा के साथ रह रहे थे. इसी दौरान गिरिजेश शर्मा के बड़े बेटे भोला शर्मा की शादी हुई. लेकिन, शादी के कुछ दिनों के बाद भोला शर्मा अपनी पत्नी व बच्चों के साथ उस मकान से हट कर मगध मेडिकल थाना क्षेत्र में ही दूसरे मकान में रहने लगे.
जानकारी के अनुसार, गिरिजेश शर्मा के मंझले बेटे दिवेश शर्मा की शादी 2022 में झारखंड के चतरा जिले के हंटरगंज थाना क्षेत्र के चौखरा गांव के रहनेवाले मिथिलेश सिंह की छोटी बेटी रानी कुमारी के साथ हुई थी. शादी के बाद नौ जनवरी 2023 को रानी ने मगध मेडिकल अस्पताल में जुड़वां बेटा-बेटी को जन्म दिया. परिजनों ने बेटा का नाम अभिनंदन और बेटी का अर्चिता शर्मा रखा. लेकिन, शादी के बाद से ही दिवेश शर्मा अपनी पत्नी व ससुरालवालों के साथ उग्र व्यवहार रखने लगा. दिवेश शर्मा के ससुर मिथिलेश सिंह ने बताया कि वह खुद सूरत में प्राइवेट जॉब करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. बड़े ही अरमान से अपनी छोटी बेटी रानी की शादी दिवेश शर्मा से की. लेकिन, उन्हें क्या मालूम था कि दामाद इतना सनकी है कि अपने ही बच्चों की जान ले लेगा.
पीड़ित ससुर ने बताया कि उनका दामाद उनकी बेटी से हर समय किसी न किसी बात को लेकर विवाद करते रहता था. कभी बिजनेस करने के नाम पर चार लाख रुपये की मांग करता था, तो कभी कुछ और. 15 दिन पहले वह अपनी बेटी रानी व नाती-नतिनी से मिलने मगध कॉलोनी आये, तो उनका सनकी दामाद उन्हें देखते ही घर में अंदर से ताला लगा दिया और वह घर के बाहर ही खड़े थे. उन्हें घर में घुसने नहीं दिया. साथ ही अपने बच्चों को लेकर छत पर गया और धमकी देते हुए कहा कि यहां से चले जाओ, अन्यथा बेटे को छत से नीचे फेंक देंगे. पीड़ित ससुर ने बताया कि अपने दामाद का उग्र रूप देख वह अपनी बेटी रानी व नाती-नतिनी की सलामती को लेकर चुपचाप वहां से लौट गये.
छानबीन में पता चला है कि अपने पति दिवेश शर्मा के उग्र स्वभाव को देखते हुए उनकी पत्नी रानी देवी काफी सहमी हुई रहती थी. इस कारण प्रतिदिन रात में अपनी बेटी अर्चिता को अपने पड़ोसी के घर किराये पर रहनेवाली सविता देवी नामक महिला के घर में सोने के लिए दे देती थी. बुधवार की रात में भी दिवेश शर्मा की बेटी अर्चिता पड़ाेसी सविता देवी के पास ही थी. सविता देवी ने बताया कि दिवेश शर्मा अपनी पत्नी रानी देवी से किसी न किसी बात को लेकर विवाद करते रहता था. रानी अपने पति दिवेश की हरकतों से कुछ सहमी रहती थी. रानी प्रतिदिन रात में अपनी बेटी अर्चिता को उनके घर सोने के लिए छोड़ जाती थी. बुधवार की रात में भी रानी ने अपनी बेटी को उनके पास रख दिया था. लेकिन, पति-पत्नी में विवाद होने के बाद रानी उनके पास आयी और बेटी को लेकर चली गयी.