कहते हैं कि एक पिता ही है जो अपने बच्चों को सपनों को पूरा करने के लिए कुछ भी कर जाता है. ऐसा ही एक मामला पूर्णिया जिले से सामने आया है. यहां के रहने वाले एक साधारण किसान प्रमोद यादव ने अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए अपनी जमीन बेच दी. बेटी ने भी अपने पिता के बलिदान का मर्म समझा और लगातार दो बार UPSC परीक्षा में असफल होने के बाद हार नहीं मानी और अपने पहले ही प्रयास में BPSC में सफलता का झंडा गाड़ दिया.
फाइनेंशियल पदाधिकारी के पद पर चयनित हुई ब्यूटी कुमारी
नवंबर के आखिरी हफ्ते में जब BPSC ने रिजल्ट जारी किया तो पूर्णिया जिला के मरंगा थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 8 के रहने वाले एक परिवार के लिए खुशियां लेकर आया. दरअसल. यहां के रहने वाले किसान प्रमोद यादव की बेटी ब्यूटी कुमारी ने अपने पहले ही प्रयास में BPSC की परीक्षा पास कर फाइनेंशियल पदाधिकारी बनीं हैं. ब्यूटी को संयुक्त परीक्षा में 112 रैंक मिली है. बेटी की सफलता से परिवार बहुत खुश है.
भगवान का दर्शन करके निकली बेटी तो मिली खुशखबरी
बेटी की सफलता का जिक्र करते हुए पिता प्रमोद यादव बताते हैं कि ब्यूटी बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज थी. परीक्षा के दिनों में वह रोजाना 8 घंटा से ज्यादा पढ़ाई करती थी. जिस दिन परीक्षा का रिजल्ट आया उस दिन ब्यूटी अपने फ्रेंड के साथ मथुरा के मंदिर गई थी. भगवान के दर्शन करने के बाद ही जैसे रिजल्ट की खुशखबरी सुनी तो वह वहां खुशी से झूमने लगी.
बेटी को अफसर बनाने के लिए बेच दी जमीन
किसान पिता प्रमोद कुमार यादव और माता वीणा देवी ने कहा कि वो लोग शिक्षा के महत्व समझते हैं. घर में कमाई का ज्यादा साधन नहीं था. इसके बावजूद उन्होंने इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर नहीं पड़ने दिया. अपने चारों बच्चों को उच्च शिक्षा देने के लिए उन्होंने अपनी 10 कट्ठा निजी जमीन बेच दी और उन पैसों को अपनी बेटी की पढ़ाई में लगा दिया. वहीं आज उनकी बेटी ने जब बीपीएससी में सफलता पाई तो पिता का सीना चौड़ा हो गया.
UPSC क्लियर करने का है सपना
वहीं, ब्यूटी कुमारी अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है. मीडिया से बात करते हुए बताया कि लगातार दो बार असफलता मिली लेकिन उन्होंने प्रयास करना नहीं छोड़ा. यूपीएससी में दो बार असफल रही लेकिन बीपीएससी में पहले प्रयास में सफलता मिली है. हालांकि, उन्होंने कहा वो अभी रुकेगी नहीं यूपीएससी क्लियर करेंगी और उनका ये सपना जरूर पूरा होगा.