बिहार के सुपौल जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है. किशनपुर थाना क्षेत्र के अंदौली पंचायत के फुलवरिया वार्ड नंबर 13 में एक कलयुगी पिता ने अपने 07 वर्षीय पुत्र को कोसी नदी में जिंदा फेंक दिया था. किशनपुर पुलिस द्वारा मंगलवार को बच्चे का शव बरामद कर लिया गया. विगत 02 दिनों से पुलिस एवं गोताखोरों द्वारा कोसी नदी में शव की खोजबीन की जा रही थी. लेकिन सफलता नहीं मिली. दीघिया के ग्रामीणों ने मंगलवार की सुबह पुलिस को सूचना दिया कि एक बालक का शव नदी में तैर रहा है. जो जींस पेंट एवं फूल शर्ट पहना हुआ है. पुलिस अवर निरीक्षक जितेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ घटना पर जाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा.
पोस्टमार्टम के बाद लाश परिजन को सौंप दिया गया. घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गयी. मालूम हो कि बीते शनिवार को अपराह्न करीब 3:00 बजे बच्चे के पिता गणेश यादव आधार कार्ड बनाने के लिए मोटरसाइकिल से अपने पुत्र को साथ लेकर अंदौली बाजार गए थे. जहां रात्रि के 09 बजे करीब एनएच 57 कोसी महासेतु के ऊपर से नदी में जिंदा बालक को फेंक दिया था और घर आकर पत्नी को बताया कि उनका पुत्र दिलखुश अंदौली चौक पर खो गया. उसके बाद खोजबीन करने का कोई प्रयास या चहल कदमी नहीं देखने के बाद पत्नी को काफी शक हो गया. दूसरी ओर ससुर रामकिशुन यादव घर छोड़कर भाग निकले. मालूम हो कि इस तरह की घटना को लेकर आसपास के लोगों के बीच चर्चा का बाजार गरम है.
पत्नी मुन्नी देवी के लिखित बयान पर किशनपुर थाना कांड संख्या 257/22 दर्ज कर पिता गणेश यादव को जेल भेज दिया गया. इस दौरान पिता गणेश यादव ने बच्चे को नदी में फेंकने की घटना की स्वीकारोक्ति की थी. पुलिस द्वारा आरोपी की मां धनिया देवी को पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए थाना लाया गया है. जहां पूछताछ की जा रही है. थानाध्यक्ष सुमन कुमार ने बताया कि वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.