बेतिया. श्रीनगर में मामूली पांच बोरा धान के विवाद को लेकर एक पिता ने अपने ही बेटे की गोली मार कर हत्या कर दी है. घटना थाना क्षेत्र के उत्तरी पटजिरवा पंचायत के पूजहां शेख टोली वार्ड नंबर 10 की है. वहीं मृतक की पहचान मंसूर अंसारी के 25 वषीय पुत्र महबूब अंसारी के रूप में की गई है. महबूब के बाई तरफ गर्दन में गोली लगी है. घटना को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी पिता मंसूर अंसारी (55) घर छोड़कर फरार हो गया है. वहीं इधर घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेतिया जीएमसीएच भेज मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है. इधर थानाध्यक्ष अमित कुमार सिंह ने बताया कि घरेलू विवाद को लेकर पिता ने पुत्र की गोली मारकर हत्या की है. मामले में परिजनों के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज किया जा रहा है. आरोपी पिता की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. हालांकि पुलिस घटना स्थल से अब तक हथियार नहीं बरामद कर सकी है.
पांच बोरा धान के लिए ले ली बेटे की जान
बताया जाता है कि धान की दौनी हो रही थी. महबूब अपने पिता मंसूर अंसारी से पांच बोरा धान देने लेने की बात कह रहे थे. जबकि पिता धान नहीं देने को तैयार थे. इसको लेकर पिता-पुत्र में पहले तू-तू, मैं-मैं होने लगा. बात इतनी बढ़ी कि मंसूर घर में गए व देशी कट्टा लाकर अपने पुत्र महबूब पर गोली चला दी. गोली महबूब के बायें तरफ गर्दन में लगी व जमीन पर गिर गया. जब तक परिजन व ग्रामीण कुछ समझ पाते, मंसूर फरार हो गया. घटना की सूचना लोगों ने श्रीनगर पुलिस को दी. पुलिस परिजनों के सहयोग से महबूब को जीएमसीएच लाई, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पिता की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी
उधर जीएमसीएच में मृतक महबूब की मौसी नुरैशा खातून ने बताया कि उनके जीजा मंसूर अंसारी चार माह से बाहर थे. वे परिजनों को एक भी पैसा खर्च नहीं देते थे. दो दिन पहले घर लौटे थे. धान दौनी के दौरान महबूब को गोली मार दी है. वहीं इधर सदर एसडीपीओ माहताब आलम ने बताया कि पारिवारिक विवाद को लेकर पिता ने पुत्र की गोली मारकर हत्या की है. परिजनों ने अब तक आवेदन नहीं दिया है. आवेदन मिलता है तो एफआइआर दर्ज की जाएगी. उन्होंने श्रीनगर थानाध्यक्ष को हत्यारोपी को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है. फरारी की स्थिति में उसकी चल-अचल संपत्ति कुर्क की जाएगी. किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था. गोली मारने के बाद आरोपी पिता फरार है.
एक वर्ष पहले महबूब की हुई थी शादी, तीन माह की गर्भवती है पत्नी
जीएमसीएच में मृतक के मौसी नुरैशा खातून ने बताया कि महबूब की शादी योगापट्टी थाना के जगीराहां गांव निवासी शबनम खातून से एक वर्ष पहले मुस्लिम रीति-रिवाज से हुई थी. उसकी पत्नी तीन माह की गर्भवती है. महबूब तीन भाईयों सबसे बड़ा था. उससे छोटे महताब आलम (20 वर्ष), मोती रहमान (12 वर्ष) व दो बहनें है. बड़ी बहन जगरुन नेशा (32वर्ष) की शादी हो चुकी है. छोटी बहन जकिया खातून (15 वर्ष) है. परिजनों ने बताया कि महबूब हाफिज ए कुरान थे. बगहा में रहकर पढ़ाते थे. दस दिन पहले पत्नी की तबीयत खराब होने की सूचना पर महबूब छुट्टी लेकर घर आये थे. घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. पत्नी व परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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देवर ने गड़ासे से काट दिया भाभी का कान, पुलिस पर किया हमला
दूसरी घटना में रोहतास जिले के शिवसागर प्रखंड के समहुता गांव में सोमवार की सुबह देवर ने गड़ासे से भाभी का कान काट डाला. इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गयी. घायल महिला को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) भेजा गया. वहां से प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया. जानकारी के अनुसार, उक्त गांव में कुछ बात को लेकर सत्येंद्र यादव व संजय यादव की पत्नी सोनिया देवी से विवाद हो रहा था. इस बीच, सत्येेंद्र ने गड़ासा उठा सोनिया पर चला दिया. इससे उसका कान कटकर अलग हो गया. घटना के बाद शिकायत पर गांव में पहुंची पुलिस टीम पर भी आरोपितों ने हमला कर दिया.
जांच में जुटी पुलिस
इस हमले में एसआइ परमेश्वर पासवान घायल हो गये. जिनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवसागर में कराया गया. इस मामलें में आरोपितों पर सोनिया देवी के अलावा पुलिस ने भी एफआइआर दर्ज करायी है. इस संबंध में थानाध्यक्ष राकेश गोसाई ने बताया कि मामले में पार्टी व पुलिस द्वारा एफआइआर दर्ज करायी गयी है. दोनों एफआइआर में चार-चार लोगों को नामजद किया गया है. इसमें से एक आरोपित सत्येंद्र यादव को गिरफ्तार कर न्यायालय के हवाले कर दिया गया. वही, अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.