बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के तर्ज पर बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड भी फौकानिया व मौलवी के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करेगी. परीक्षा 15 जुलाई को समाप्त हो जायेगी. इसके बाद मूल्यांकन कार्य अगस्त के पहले सप्ताह में शुरू किया जायेगा. परीक्षा नियंत्रक डॉ मो नूर इस्लाम ने कहा कि मूल्यांकन कार्य में कोई त्रुटि नहीं रहेगी. मूल्यांकन में पद्धति में बदलाव किया जायेगा. इस बार पांच केंद्रों पर मूल्यांकन होगा. मूल्यांकन कार्य में कंप्यूटर की व्यवस्था की जायेगी. चार स्तर पर कॉपियों का मूल्यांकन होगा. हर स्तर पर उसे देखा जायेगा. कॉपी में कोई त्रुटि न रह जाये इसका ख्याल रखा जायेगा. मूल्यांकन केंद्र से स्कैन करके सीधे बोर्ड ऑफिस के पास रिपोर्ट आ जायेगा. मार्क्स भी वहीं से कंप्यूटर पर चढ़ाया जायेगा. इसके लिए पूरी व्यवस्था कर ली गयी है.
अभी फौकानिया व मौलवी की परीक्षा 15 जुलाई तक दो पालियों में राज्य के 167 परीक्षा केंद्र पर आयोजित की जा रही है. पहली पाली 8:45 बजे से 12 बजे तक व द्वितीय पाली 1:45 बजे से दोपहर पांच बजे तक होगी. मौलवी सत्र के परीक्षा में पहली बार मौलवी आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स और इस्लामियात पर आधारित चार संकाय है. इस वर्ष प्रश्न तीन प्रकार ऑब्जेक्टिव, लघु व दीर्घ टाइप के हैं. मौलवी संकाय के स्टूडेंट्स उत्तर पुस्तिका के संकाय के कॉलम में विषय के साथ संकाय भी अंकित इस बार किया गया है.
इस साल फौकानिया परीक्षा में कुल 58363 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं, जिसमें छात्र 19574 और छात्रा 38789 है. इस साल गैर मुस्लिम परीक्षार्थियों की संख्या 66 है. वर्ग मौलवी में कुल 37718 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. मौलवी में इस साल नये पाठ्यक्रम के अनुसार कुल 8404 परीक्षार्थी है, जिन में छात्र 2795 और छात्रा 5609 है. मौलवी साइंस में कुल 3516 परीक्षार्थी है, जिन में छात्र 1366 और छात्रा 2150 है. मौलवी कॉमर्स में कुल 220 में जिसमें छात्र 96 व छात्रा 124 है. इस तरह दोनों वर्ग में मिला कर 95081 छात्र-छात्राएं मौलवी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं.
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