गांव की लड़की से इश्क लड़ना युवक को पड़ा महंगा, गंवानी पड़ी जान
गुरुवार अहले सुबह जब उनके घर पुलिस पहुंची और अनूप के शव को वहां से लेकर गयी.
गुठनी. गांव की एक युवती से इश्क लड़ना टड़वा खुर्द (पश्चिम टोला) निवासी एक युवक को महंगा पड़ गया. उसे अपनी जान गंवानी पड़ गयी. प्रेमिका के परिजनों ने गांव में आयोजित एक तिलक समारोह में गये युवक का जबरन उठाकर घर लाये.
इसके बाद उसकी जमकर पिटाई की गयी. मरा समझ उसे अपने घर के आगे फेंक दिया. सुबह जब ग्रामीण युवक को लहूलुहान देखा तो प्रेमिका के परिजन चोरी कर भागने के क्रम में छत से गिरकर मरने की बात कही.
इसी बीच युवक के परिजन पुलिस के साथ आ धमके. यह देख सभी आरोपित घर छोड़कर फरार हो गये. पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. मालूम हो कि थाना क्षेत्र के टड़वा खुर्द (पश्चिम टोला) निवासी रमाशंकर बैठा का पुत्र अनूप बैठा (18) गांव की ही एक युवती से प्रेम करता था.
युवती टड़वा पश्चिम टोला के रामछबिला यादव के घर की बतायी जाती है. इसकी जानकारी होने पर अनूप व रामछबिला के परिजनों के बीच पंचायती हुई. दोनों से एक-दूसरे से दूरी बनाने की बात कही गयी. इसके बाद मामला शांत चल रहा था. इधर मृत युवक अनूप के परिजनों के मुताबिक पड़ोस के परशुराम पासवान के घर बुधवार रात्रि तिलक समारोह में अनूप गया था.
जहां से देर रात्रि करीब दो बजे छबिला यादव व उनके परिवार के अन्य सदस्य उसे एकांत में बुलाकर जबरन उठा ले गये. जहां रस्सी में बांधकर खूब पिटाई की और मृत जानकर अपने घर के दरवाजे पर फेंक दिये थे. गुरुवार अहले सुबह जब उनके घर पुलिस पहुंची और अनूप के शव को वहां से लेकर गयी.
अनूप के परिजनों ने प्रेम प्रसंग में छबीला के परिजनों ने उनके बेटे को मौत के घाट उतारा है. सूचना मिलने के बाद प्रभारी थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने एएसआइ जफर अहमद को मौके पर भेजा. एएसआइ मौके पर पहुंचे तो वहां छबीला यादव के दरवाजे पर एक युवक बेहोश पड़ा था और वहां पर रस्सी तथा नौ कारतूस पड़ा हुआ था.
एएसआइ ने मौके से रस्सी व कारतूस बरामद कर बेहोशी की हालत में युवक को उठाया और अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिये सीवान सदर भेज दिया.
यही नहीं अनूप की बहन नैना व अनिता, माता धर्मावती संग अस्पताल पहुंच गयी और शव को पकड़ कर बिलाप करने लगी. शव को पकड़कर बिलाप करने से पूरे अस्पताल का माहौल गम में तब्दील हो गया और मौजूद लोंगों की आंखें भी भर आयी.
अनूप दो भाइयों में था छोटा
गुठनी के टड़वा खुर्द गांव में हत्या का शिकार हुआ अनूप बैठा अपने दो भाई में छोटा था. उसकी दो बहनें है. बहन नैना की शादी तय करने के लिए दौड़ भाग कर रहा था और शादी तय भी हो गया था.
केवल दिन निश्चित करना बाकी रह गया था. बड़ा भाई प्रेम प्रकाश पुलिस की नौकरी के लिए तैयारी कर रहा है. पिता रामशंकर किसी तरह कमा कर घर खर्च चलाते हैं. माता धर्मावती रोते-रोते बार-बार गश खाकर गिर जा रही थी.
Posted by Ashish Jha