पटना. फिल्म निर्माण के लिए बिहार में आधारभूत संरचनाएं मजबूत नहीं हैं. इसके कारण बिहार की भाषाओं की फिल्में भी मुंबई, दिल्ली या कोलकाता में शूट होती हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास से अब क्षेत्रीय भाषाओं के साथ साथ हिंदी व अन्य भाषाओं की फिल्मों का निर्माण भी बिहार में संभव हो पायेगा. पीपीपी मोड पर नालंदा में करीब 150 करोड़ की लागत से बिहार का पहला फिल्म सिटी का निर्माण हो रहा है. 120 एकड़ में बननेवाले इस फिल्म सिटी के लिए कुछ और जमीन की जरूरत है, जिसके अधिग्रहण की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी. अगस्त तक फिल्म सिटी का निर्माण प्रक्रिया शुरू हो जाये, इसको लेकर विभाग कैबिनेट में जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव भेजने की तैयारी में जुट गया है.
प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि फिल्म शूटिंग के लिए राजगीर फिल्म सिटी में प्रोडक्शन हाउस का निर्माण किया जाएगा. यह काफी आधुनिक और सुसज्जित होगा. यहां पर एक्टिंग, डांसिंग और म्यूजिक सिखाने के लिए अलग-अलग केन्द्र होगा. फिल्म में रूचि रखने वाले लोगों को एक ही छत के नीचे सारी सुविधाएं मिलेगी. इतना ही नहीं ट्रेनिंग देने के लिए नोएडा और मुंबई के ट्रेनर रहेंगे. प्रदेश के लोग ट्रेनिंग लेकर अपने राज्य के साथ-साथ मुंबई, नोएडा सहित विभिन्न राज्यों में फिल्म में काम करने के लिए मौका मिलेगा. देश के नामी एक्टिंग अकादमी से जुड़े लोग भी यहां आकर ट्रेनिंग देंगे.
नालंदा में बननेवाले इस फिल्म सिटी के संबंध में बताया जाता है कि फिल्म सिटी में इंडोर शूटिंग होने से आसपास ही आउट डोर शूटिंग के लिए माहौल तैयार होगा. इससे बिहार वाल्मिकी नगर टाइगर रिजर्व, कैमूर वन्यप्राणी अभ्यारण, पहाड़, झरना, डैम, राजगीर, नालंदा, बोधगया, रोहतास, बांका ओढ़नी डैम सहित कई जिलों में शूटिंग का वातावरण और उसके लिए संरचनाएं विकसित होंगी. डायरेक्टर, एक्टर को सहूलियत के हिसाब से जगह उपलब्ध कराया जाएगा.