पटना के डीजल व पेट्रोल के डिपो में लगी आग, चार तल्ले तक उठीं आग की लपटें, विस्फोट से उछले ड्रम

बेऊर थाने के विशुनपुर पकड़ी 70 फुट के पास 35 फुट रोड में नेहा कॉम्पलेक्स अपार्टमेंट के पीछे डीजल व पेट्रोल के डिपो में सोमवार की रात आग लग गयी. आग लगने के बाद अफरा-तफरी मच गयी. रह-रह कर हो रहे विस्फोट के कारण अपार्टमेंट के लोगों में दहशत फैल गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | November 8, 2022 7:10 AM

पटना. बेऊर थाने के विशुनपुर पकड़ी 70 फुट के पास 35 फुट रोड में नेहा कॉम्पलेक्स अपार्टमेंट के पीछे डीजल व पेट्रोल के डिपो में सोमवार की रात आग लग गयी. आग लगने के बाद अफरा-तफरी मच गयी. रह-रह कर हो रहे विस्फोट के कारण अपार्टमेंट के लोगों में दहशत फैल गयी. अपार्टमेंट की खिड़कियां जल गयी. लोग डर से अपने फ्लैट को छोड़ कर बाहर निकल गये. करीब सवा दो घंटे तक की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका.

चार तल्ले तक उठीं आग की लपटें, विस्फोट से उछले ड्रम

बेऊर थाने के विशुनपुर पकड़ी 70 फुट के पास 35 फुट रोड में नेहा कॉम्पलेक्स अपार्टमेंट के पीछे तीन कट्ठे में बने डीजल व पेट्रोल के डिपो में सोमवार की रात 8:30 बजे अचानक आग लग गयी. आग ने महज पांच मिनट के अंदर विकराल रूप ले लिया और लपटें अपार्टमेंट के चार तल्ले तक पहुंच गयीं. इसके कारण अपार्टमेंट के पीछे के हिस्से के फ्लैटों की खिड़कियां जल गयीं और रह-रह कर हो रहे विस्फोट के कारण दहशत फैल गयी. यहां तक कि तेल से भरे ड्रम विस्फोट कर हवा में उड़ने लगे. गनीमत रही कि डिपो के बाहर टैंकर और कई वाहन लगे थे, जिनमें आग नहीं लगी. आग की सूचना के बाद मौके पर एक दर्जन से अधिक दमकल गाड़ियां पहुंचीं. करीब सवा दो घंटे तक ऑपरेशन चला और रात 10:45 बजे आग पर काबू पाया जा सका.

रिहायशी इलाके में तेल डिपो बड़ा खतरा

मौके पर मौजूद डिस्ट्रिक्ट फायर ऑफिसर डॉ अशोक कुमार प्रसाद ने बताया कि रिहायशी इलाके में इस तरह का डिपो होना गलत है. अगरकिसी इलाके में आम लोगों के घर हैं और वहां इस तरह का डिपो है, तो तुरंत पुलिस को जानकारी देनी चाहिए. आग लगने के कारणों की जानकारी जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगी. बताया जाता है कि उक्त डिपो दशरथा निवासी विशाल उर्फ मंटूस का है. उसके खिलाफ में लोगों का काफी आक्रोश था. लोगों ने बताया कि आसपास अपार्टमेंट के साथ ही मुहल्ले में कई घर हैं. अगर आग समय पर नहीं बुझती तो अपार्टमेंट के साथ ही कई घरों को अपनी चपेट में ले लेता.

इस तरह के कई डिपो हैं इलाके में, लोगों ने की जांच की मांग

डिपो के अंदर आग कैसे लगी, फिलहाल इसका कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकता है. फायरब्रिगेड इसकी जांच करेगा. डिपो कर्कट से बना हुआ था और वहां दो-तीन लोग प्रतिदिन रहते थे. लेकिन आग लगने की घटना के बाद वे लोग वहां से निकल गये. वहीं डीपो वैध है या नहीं इसकी जांच पुलिस करेगी. स्थानीय लोगों ने बताया इस तरह के कई डीपो इलाके में है, जिनकी जांच होनी चाहिए. घटना के बाद यह सवाल उठ खड़ा हुआ कि वह डिपो रिहायशी इलाके में कैसे चल रहा था?.

अपार्टमेंट वासियों ने पानी डाल कर आग बुझाने की कोशिश की

बताया जाता है कि आग लगने के बाद जब लपटें उनके फ्लैटों की ओर बढ़ीं, तो खिड़की से ही आग पर पाइप व बाल्टी से पानी गिराया गया. लेकिन तेल की आग पानी से बुझने वाली नहीं थी. इसके बाद लोगों ने फ्लैटों की खिड़की में लगी आग को अंदर आने से रोकने के लिए पानी की बौछार की. इतने में दमकल की गाड़ियां पहुंच गयीं. इसके बाद आग पर फोम व पानी की बौछार की गयी, जिसके बाद आग शांत हुई. इस घटना के बाद पूरे मुहल्ले के लोग सड़क पर आ गये थे.

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